नई दिल्ली। पंजाब की मौजूदा स्थिति को देखकर यह कहना निहायत मुनासिब रहेगा कि मान सरकार में कानून-व्यवस्था की बदमाशों द्वारा सरेआम धज्जियां उड़ाई जा रही हैं। गैंगवार से लेकर अमृतपाल जैसे इसके उदाहरण हैं। बीते दिनों जिस तरह से अमृतपाल ने खालिस्तानी समर्थकों की अगुवाई में अपने चहेते साथी लवली सिंह तूफान को जेल से छुड़ा लिया था, उसे लेकर मान सरकार की कानून-व्यवस्था पर सवाल उठे, तो मुख्यमंत्री ने मुंबई में मीडिया से मुखातिब होने के क्रम में दो टूक कह दिया कि प्रदेश में कानून-व्यवस्था बिल्कुल दुरूस्त है। विपक्षी दलों ने उनके इस बयान को हास्यास्पद बताया था। अब इसी बीच सिद्धू मूसेवाला हत्याकांड को लेकर खबर सामने आई है। ध्यान रहे कि आज से 10 माह पूर्व सिद्धू को लॉरेंस गैंग ने मौत के घाट उतार दिया था। हत्या से पहले सिद्धू की सुऱक्षा में कटौती की गई थी, जिसे लेकर मान सरकार पर सवाल भी उठे थे।
वहीं, सिद्धू हत्याकांड मामले में अभी तक पंजाब सरकार ने ऐसा कोई भी कदम नहीं उठाया है , जिससे सिद्धू के माता-पिता को इंसाफ मिलने का मार्ग प्रशस्त हो सकें। कई मौकों पर सिद्धू के माता-पिता पुलिस की कार्यशैली पर सवाल खड़े कर चुके हैं। सरकार से इस मामले को गंभीरता से लेकर सख्त कार्रवाई की भी मांग कर चुके हैं, लेकिन शायद अभी तक इस पूरे मामले में जिस तरह की कार्रवाई की गई है, उसे लेकर सिद्धू के माता-पिता संतुष्ट नहीं हैं। शायद यह उसी का नतीजा है कि आज वे विधानसभा के बाहर धरना- प्रदर्शन पर बैठ गए हैं और यह भी दो टूक कह दिया है कि उनका यह विरोध तब तक जारी रहेगा, जब तक की आरोपियों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई नहीं होती।
सिद्धू के पिता बलकौर सिंह ने कहा कि अगर किसी राजनेता की हत्या होती है , तो उसके आरोपियों को पलक झपकते ही सलाखों के पीछे भेज दिया जाता है, लेकिन मेरे बेटे की हत्या को 10 माह हो चुके हैं, लेकिन अभी तक ऐसी कोई भी कार्रवाई नहीं की गई है, जिससे की आरोपियों के लिए सलाखों के पीछे जाने का मार्ग तैयार हो सकें। बलकौर सिंह ने आगे कहा कि मेरे बेटे की जांच को प्रभावित नहीं किया जा रहा है, बल्कि उसे खत्म करने का प्रयास किया जा रहा है। मेरी बातें विधानसभा में नहीं सुनी जा रही हैं। मेरे पक्ष में बोलने वाला कोई नहीं है, इसलिए अब मैंने विधानसभा के बाहर धरना देने के मन बनाया है। बलकौर ने आगे कहा कि मामले में पूरे पहलुओं की जांच होनी चाहिए कि इस हत्या को किसने अंजाम दिया है। किसने गोली मारी। किसने पैसे दिए। कौन गुर्गे शामिल थे, लेकिन 10 माह बीते जाने के बाद भी यह सभी अभी तक अनुउत्तरित बने हुए हैं। सिद्धू के पिता ने मामले की जांच सीबीआई से कराने की मांग की है।
In last 10 months, I went to Police & Admin several times. I was assured. But what’s happening here is being done to brush under the carpet the murder of my child. Nothing is going in my favour. So, I had to come to Assembly: Balkaur Singh, father of late Sidhu Moose Wala pic.twitter.com/ZNC7bX4kKU
— ANI (@ANI) March 7, 2023
बलकौर सिंह ने कहा कि मामले में जिस तरह का रुख जांच एजेंसी ने अपना रखा है, उसे देखते हुए यह बिल्कुल भी नहीं लग रहा है कि आरोपियों के खिलाफ आगामी दिनों में कोई भी कार्रवाई की जा सकती है। बता दें कि सिद्धू के पिता के साथ विपक्ष के भी कई नेता शामिल थे और उन्होंने मान सरकार की कार्यशैली पर सवाल खड़े किए।