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मुंबई से मुजफ्फरपुर स्टेशन पर पहुंचते ही प्रवासियों ने धरती को चूमा

इन श्रमिकाें ने कहा कि अपने घर और गांव-जवार इलाके में आने के बाद ऐसा लग रहा है जैसे सब कुछ मिल गया। लाॅकडाउन के बाद ताे सबसे ज्यादा इसी की इच्छा थी।

नई दिल्ली। कोरोना संकट के बीच घोषित हुए लॉकडाउन में दूसरे राज्यों में फंसे मजदूरों व श्रमिकों में अपने घर जाने की जल्दी साफ देखी जा रही है। कोरोना के बढ़ते मरीजों के बीच लोग गैर राज्यों से अपने राज्य लाए जा रहे हैं। इन सबके बीच नागपुर से मुजफ्फरपुर आए प्रवासियों ने स्टेशन पर पहुंचते ही कुछ ऐसा किया कि वहां खड़े लोग भावुक हो गए।

special train

गुरुवार काे ट्रेन से उतरते ही श्रमिकों ने सबसे पहले अपनी धरती को चूमा और साष्टांग प्रणाम किया। ये देखकर वहां खड़े सुरक्षाकर्मियों की आंखे भर आईं। गौरतलब है कि स्पेशल ट्रेन से उतरने पर इनकी स्क्रीनिंग की गई। उसके बाद इन्हें क्वारेंटाइन हाेने के लिए बस से संबंधित जगहाें पर भेजा जाना था। लेकिन, बस में जाने से पहले इन श्रमिकों ने जब अपनी धरती काे साष्टांग प्रणाम किया ताे अधिकारी और सुरक्षाकर्मियाें समेत वहां उपस्थित लाेगाें की आंखें भर आईं।

nagpur mujffarpur migrant

इन श्रमिकाें ने कहा कि अपने घर और गांव-जवार इलाके में आने के बाद ऐसा लग रहा है जैसे सब कुछ मिल गया। लाॅकडाउन के बाद ताे सबसे ज्यादा इसी की इच्छा थी। लेकिन, ऊपरवाले, सरकार और मीडिया के शुक्रगुजार हैं कि अपने परिजन और समाज के लोगों से मुलाकात होगी।

Patna To Jaipur Special train

बता दें कि लॉकडाउन के दौरान बाहर फंसे हुए प्रवासी श्रमिकों का बिहार आने का सिलसिला तेज हो गया है। गुरुवार को आईपीआरडी सचिव अनुपम कुमार ने बताया कि 7 राज्यों से 20 ट्रेनों के जरिए 20629 प्रवासी श्रमिक व अन्य लोग बिहार पहुंचेंगे। वहीं गुरुवार को 24 ट्रेनों से 28467 लोग वापस लौटे। शुक्रवार को आंध्र से सहरसा, बरौनी और दरभंगा में 1200-1200 यात्री, हरियाणा से मुजफ्फरपुर और कटिहार में क्रमशः 1210 और 1200 यात्री, गुजरात से पूर्णिया में 1240, भागलपुर, मुजफ्फरपुर और भोजपुर में क्रमशः 1200-1200 यात्री, महाराष्ट्र से मोतिहारी में 1200, राजस्थान से भोजपुर व सहरसा में क्रमशः 1246 व 1333 यात्री आएंगे।