नई दिल्ली। अगले लोकसभा चुनाव के मद्देनजर मोदी सरकार के खिलाफ तीसरे मोर्चे के गठन की अटकलें तेज हो गई हैं। इन अटकलों को हवा तब और मिली जब चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर ने शरद पवार से मुलाकात की। बता दें कि इस मुलाकात के बाद तमाम राजनीतिक कयास लगाए जाने लगे। हालांकि प्रशांत किशोर ने अगले लोकसभा चुनाव में किसी तीसरे या चौथे फ्रंट द्वारा बीजेपी को हराने की संभावना को खारिज कर दिया है। प्रशांत किशोर ने कहा कि मुझे नहीं लगता कि, भारतीय जनता पार्टी को तीसरा या चौथा मोर्चा सफलतापूर्वक चुनौती दे सकेगा। गौरतलब है कि सोमवार को प्रशांत किशोर NCP चीफ शरद पवार से मिले थे। यह मुलाकात इसलिए भी अहम मानी जा रही है क्योंकि बीते 10 दिनों में दोनों की यह दूसरी मीटिंग थी। एनडीटीवी से बातचीत के दौरान प्रशांत किशोर ने कहा कि तीसरा मोर्चा ‘जांचा-परखा’ हुआ है और यह मौजूदा राजनातिक परिदृश्य में फिट नहीं बैठता।
इस मुलाकात को लेकर प्रशांत किशोर ने साफ किया है कि शरद पवार से मुलाकात एक दूसरे को जानने के लिए थी ना कि तीसरे मोर्चे की तैयारी। तीसरा मोर्चा वैसे भी कामगर नहीं माना जा सकता है, क्योंकि ये पहले से जांचा-परखा हुआ है।
गौरतलब है कि इससे पहले प्रशांत किशोर बंगाल चुनाव में TMC के साथ मिलकर विधानसभा चुनाव में काम किया था। इस चुनाव में टीएमसी की भारी जीत मिलने के बाद पीके ने कहा था ममता की जीत ने सभी विपक्षी पार्टियों को यह संदेश दिया है कि वे भी बीजेपी के खिलाफ खड़े होकर उसे टक्कर दे सकते हैं। वहीं प्रशांत किशोर ने कांग्रेस की आलोचना भी की। उन्होंने कहा कि, कांग्रेस को पार्टी के अंदर और बाहर दोनों जगह सुधार करने की जरूरत है।