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War Of Songs: बीजेपी ने अखिलेश को सॉन्ग से बनाया निशाना तो सपा ने भी किया पलटवार, जारी किया ‘जो जनता को सताए हैं…’ गाना

बीजेपी और सपा के बीच यूपी की कानून और व्यवस्था बड़ा मुद्दा रहे हैं। बीजेपी लगातार सपा पर यूपी में गुंडे-बदमाशों और माफिया को शरण देने, उनको चुनावी टिकट देकर विधानसभा और संसद पहुंचाने के आरोप लगाती है। वहीं, सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने भी यूपी विधानसभा में उमेश पाल हत्याकांड का मसला उठाया था।

लखनऊ। यूपी में 4 और 11 मई को स्थानीय निकाय के चुनाव होने हैं। इससे ठीक पहले सत्तारूढ़ बीजेपी और राज्य में मुख्य विपक्षी दल सपा के बीच गानों के जरिए वार और पलटवार की सियासत शुरू हो गई है। बीजेपी ने आज सुबह सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव को सीधे निशाने पर लेते हुए सॉन्ग रिलीज किया था। अब सपा ने इसके जवाब में गाना रिलीज किया है। सपा ने इस गाने के बोल दिए हैं ‘जो जनता को सताए हैं, हम उनको हटाएंगे’। सपा की तरफ से पलटवार में बीजेपी पर गाना रिलीज करने से निकाय चुनाव में सियासत के गरमाने के पूरे आसार दिख रहे हैं। देखिए सपा ने ट्विटर हैंडल पर क्या गाना रिलीज किया है।

बीजेपी ने अपने ट्विटर हैंडल पर सुबह अखिलेश यादव को गुंडे-बदमाशों से सीधे जोड़ दिया था। माफिया अतीक अहमद और सपा सरकार में मंत्री रहे गायत्री प्रजापति और अन्य लोगों का हवाला देकर बीजेपी ने अपना सॉन्ग बनाया है। इस सॉन्ग में बीजेपी ने ‘गुंडे पुकारते हैं अखिलेश आइए’ के जरिए सपा अध्यक्ष को सीधा निशाना बनाया था। बीजेपी के इस सॉन्ग पर सपा की तरफ से जातिवाद का हवाला देते हुए सीएम योगी आदित्यनाथ को निशाना बनाकर पलटवार भी किया गया था। जिसके बाद अब सपा ने भी गाना रिलीज कर बीजेपी पर हमला बोला है। बीजेपी ने अखिलेश पर जो गाना रिलीज किया था, उसे आप नीचे देख सकते हैं।

बीजेपी और सपा के बीच यूपी की कानून और व्यवस्था बड़ा मुद्दा रहे हैं। बीजेपी लगातार सपा पर यूपी में गुंडे-बदमाशों और माफिया को शरण देने, उनको चुनावी टिकट देकर विधानसभा और संसद पहुंचाने के आरोप लगाती है। वहीं, सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने भी बीते दिनों यूपी विधानसभा में उमेश पाल हत्याकांड का मसला उठाया था। इस पर सीएम योगी आदित्यनाथ ने उनको जमकर खरी-खरी सुनाई थी और कहा था कि यूपी में माफिया को मिट्टी में मिला दिया जाएगा।