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Maharashtra: एक बार फिर महाराष्ट्र में दर्शन करने आए साधुओं की बेरहमी से पिटाई, लाठी-डंडे से दौड़ा-दौड़ा कर पीटा

Maharashtra: घटना सांगली तहसील के लवंगा गांव की है। जहां उत्तर प्रदेश के मथुरा से दर्शन करने आए साधु गांव के एक मंदिर में रुके थे। साधुओं ने यात्रा शुरू करने के लिए एक लड़के से मदद मांगी।

नई दिल्ली। महाराष्ट्र से साधुओं की पिटाई का सनसनीखेज मामला सामने आया है। जहां उत्तर प्रदेश से आए साधु की दौड़ा-दौड़ा कर पिटाई की गई। ताजा मामला महाराष्ट्र के सांगली का है जहां लोगों ने साधुओं को बच्चा चोर समझकर उनकी जमकर पिटाई कर दी। पुलिस ने मामले पर ज्यादा जानकारी देते हुए बताया कि इन साधुओं की बेरहमी से पिटाई हुई वो मथुरा के रहने हैं। साधु कर्नाटक के बीजापुर से पंढरपुर दर्शन के लिए निकले थे। हालांकि मामले पर अभी तक कोई कार्रवाई नहीं की गई है क्योंकि साधुओं की तरफ से कोई शिकायत या एफआईआर दर्ज नहीं कराई गई है।

लाठी-डंडों से की साधुओं की पिटाई

घटना सांगली तहसील के लवंगा गांव की है। जहां उत्तर प्रदेश के मथुरा से दर्शन करने आए साधु गांव के एक मंदिर में रुके थे। साधुओं ने यात्रा शुरू करने के लिए एक लड़के से मदद मांगी और रास्ते के बारे में पूछा। ग्रामीण लोगों को संदेह हुआ कि साधु कहीं बच्चों को अगवा करने वाले गिरोह का हिस्सा तो नहीं है। इसी संदेह के आधार पर कुछ स्थानीय लोगों मंदिर पहुंचे और साधुओं के ऊपर बेरहमी से लाठी-डंडे बरसा दिए। स्थानीय लोगों ने साधुओं को बुरी तरीके से पीटा। घटना की सूचना मिलते ही पुलिस ने मामले को संभाला और जांच पड़ताल करने के बाद पता चला कि साधु मथुरा के उत्तर प्रदेश से आए थे और कर्नाटक के बीजापुर से पंढरपुर दर्शन करने जा रहे थे। साधु मथुरा के अखाड़े के सदस्य थे।


लोगों को नहीं समझ आई साधुओं की भाषा

पुलिस ने मामले पर जानकारी देते हुए बताया कि ग्रामीण लोगों को साधुओं की भाषा समझ नहीं आ रही है और उन्हें संदेह हुआ कि ये लोग गिरोह का हिस्सा हैं। इसी संदेह के आधार पर लोगों ने साधुओं की पिटाई शुरू कर दी। बता दें कि ये पहला मामला नहीं है जब महाराष्ट्र में किसी साधु की पिटाई का मामला सुनने में आया हो। इससे पहले साल 2020 में पालघर के गढ़चिंचाले गांव में भीड़ ने दो साधुओं की हत्या कर दी थी क्योंकि उन्हें शक था कि साधु बच्चा चुराने आए हैं।