नई दिल्ली। यूं तो रविवार के दिन खबरों का सैलाब थोड़ा खामोश ही रहता है, लेकिन आज दोपहर हिमाचल प्रदेश से एक ऐसी खबर आई जिसने यूं समझ लीजिए कि खबरों की दुनिया में आग ही लगाकर रख दी। खबर हिमाचल प्रदेश से थी। मसला था कि किसी शरारती तत्व ने हिमाचल प्रदेश के विधानसभा भवन में खालिस्तानी झंडा लगा दिया है। जैसे ही मसला प्रकाश में आया तो खबरों की कायनात में तूफान आ गया। सियासी गलियारों में प्रतिक्रियाओं की बाढ़ आ गई। सभी एक सुर और ताल से ऐसा करने वाले आरोपी को कड़ा सबक सिखाने की ताकीद करने लगे। फिर मसला पुलिस के पास पहुंचा तो पुलिस ने मसले की संजीदगी भांपते हुए आरोपी के खिलाफ धारा 153-ए, 153-बी की आईपीसी और ग़ैरक़ानूनी गतिविधि रोकथाम अधिनियम की धारा 13 के तहत केस दर्ज कर लिया। अब मसला खालिस्तानी से जुड़ा हुआ है, तो भला पुलिस कैसे खामोश रहती है। पता ही होगा कि आपको कैसे पिछले कुछ दिनों से सियासी गलियारों में खालिस्तानी एंगल कितना सुर्खियों में है।
Himachal Pradesh | An FIR has been registered u/s 153-A, 153-B IPC and section 3 of HP Open Places (Prevention of Disfigurement) Act, 1985 relating to hoisting the banners & graffiti of Khalistan on the outer
the boundary of Vidhan Sabha, police said— ANI (@ANI) May 8, 2022
लिहाजा पुलिस ने जांच शुरू की तो ज्यादा समय नहीं लगा और मुख्य आरोपी का चेहरा उजागर हो गया। जिसे आप इस पूरे प्रकरण की पटकथा का लेखक करार दे सकते हैं। आपको बताते चलें कि गुरपतवंत सिंह पन्नू का उपरोक्त मामले में मुख्य आरोपी के रूप में नाम सामने आया है, जो कि सिख फॉर जस्टिस का प्रमुख भी माना जा रहा है। बता दें कि सिख फॉर जस्टिस बीते दिनों किसान आंदोलन में कथित तौर पर सक्रिय था। बहरहाल,उपरोक्त प्रकरण की गंभीरता आईडी समेत डीआईजी रेंज के सभी अधिकारी किसी भी अप्रिय स्थिति को धरातल पर उतारने से बचाने के लिए सभी सीमावर्ती इलाकों में सुरक्षा व्यवस्था को दुरूस्त करने का फरमान जारी कर चुके हैं। उधर, इस पूरे मसले को संज्ञान में लेने के उपरांत मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर सीमावर्ती इलाकों में सुरक्षा व्य़वस्था को पुख्ता करने के निर्देश दे चुके हैं।
Section 13 of Unlawful Activities Prevention Act (UAPA) has been added in the FIR. Gurpatwant Singh Pannun, General Counsel to Sikhs for Justice (SFJ) has made the main accused in the case, the police added.
— ANI (@ANI) May 8, 2022
मुख्यमंत्री ने प्रदेश के लोगों से भी शांति बनाए रखने की अपील की है। बता दें कि उक्त मामले का सीसीटीवी फुटेज भी प्रकाश में आया, जिसमें आरोपी यह कुकृत्य करता हुआ साफ नजर आ रहा है। ध्यान रहे कि इससे पहले भी पन्नू के खिलाफ मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर को धमकी देने के मामले में केस दर्ज किया जा चुका था। अब एक बार फिर से उसके खिलाफ केस दर्ज किया जा चुका है। फिलहाल, पुलिस उपरोक्त मामले की जांच कर रही है। अब ऐसी स्थिति में देखना होगा कि आगे चलकर यह पूरा माजरा क्या कुछ रुख अख्तियार करता है।