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रूस में हुए धार्मिक कार्यक्रम को कोरोना से जोड़ वायरल की जा रही तस्वीर, दावा फर्जी

कोरोना संकट (Corona crisis) के बीच इन दिनों एक तस्वीर (Old Picture) सोशल मीडिया (Social Media) पर काफी वायरल हो रही है। इसमें दावा किया जा रहा है कि कोरोना संक्रमण (Corona infection) के दौरान भगवान को भी क्वारंटाइन किया गया है। इसकी पड़ताल न्यूजरूम पोस्ट ने की। जिसमें ये दावा भ्रामक निकला है।

नई दिल्ली। कोरोना संकट (Corona crisis) के बीच इन दिनों एक तस्वीर (Old Picture) सोशल मीडिया (Social Media) पर काफी वायरल हो रही है। इसमें दावा किया जा रहा है कि कोरोना संक्रमण (Corona infection) के दौरान भगवान को भी क्वारंटाइन किया गया है। इसकी पड़ताल न्यूजरूम पोस्ट ने की। जिसमें ये दावा भ्रामक निकला है। दरअसल, तस्वीर रूस (Russia) में हुए एक धार्मिक कार्यक्रम (Religious program) की है। जिसको कोरोना से जोड़ भ्रामक तरीके से वायरल किया जा रहा है। पड़ताल में ये दावा गलत पाया गया है।

viral post

यहां देखें वायरल तस्वीर

वायरल तस्वीर और इससे जुड़ा दावा सोशल मीडिया पर शेयर किया जा रहा है। विक्रम कुमार नाम के एक फेसबुक यूजर ने इस दावे को पोस्ट किया है। यहां देखें इस यूजर की पोस्ट-

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भगवान को हुआ कोरोना मुर्खता की कोई हद नहीं होती, पत्थर की मुर्तियो को भी कोरन्टाईन होना पड़ रहा हे, इन्सानो द्वारा इलाज…

Posted by Vikram Kumar on Wednesday, 26 August 2020

इस वायरल तस्वीर और इसके दावे की पड़ताल न्यूजरूम पोस्ट ने शुरू की। इस तस्वीर से मिलती-जुलती तस्वीरों के कई परिणाम हमें मिले। एक परिणाम बिल्कुल इस तस्वीर जैसा ही था। हम पड़ताल में पिछले साल 27 जुलाई को पोस्ट किए गए एक लिंक पर पहुंचे। जिसके बाद पता चला कि रूस का सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म है।

इस तस्वीर और उसके साथ दावे को शेयर करने वाले फेसबुक यूजर विक्रम कुमार की प्रोफाइल हमने स्कैन की। जानकारी के मुताबिक, यूजर सीतामढ़ी का रहने वाला है।

vikram kumar post

न्यूजरूम पोस्ट की पड़ताल से सामने आया है कि रूस में हुए धार्मिक कार्यक्रम की एक पुरानी तस्वीर को कोविड-19 से जोड़ भ्रामक दावे के साथ वायरल किया जा रहा है। इस तस्वीर का कोरोना संक्रमण से कोई लेना-देना नहीं है और ये दुनिया में कोविड-19 संक्रमण के पहले मामले के सामने आने से भी ज्यादा पुरानी तस्वीर है।