नई दिल्ली। आतंकियों को अपने देश में पनाह देने वाला पाकिस्तान एक बार फिर से भारत की खौफ से दहशत में हैं। दरअसल पाक को आशंका है कि भारत एक बार फिर से सर्जिकल स्ट्राइक जैसी घटना को अंजाम दे सकता है। इसको लेकर पाकिस्तान दहशत में भारत पर गलत आरोप लगाए जा रहा है। बौखलाए पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने अपने डर के चलते भारत को गीदड़भभकी दी है। इमरान खान ने एक ट्वीट में लिखा है कि भारत के हमले का जवाब देंगे। दरअसल इमरान खान के शासन को लेकर विपक्षी पार्टियों लगातार विरोध कर रही हैं। ऐसे में अपनी नाकामयाबियों को छिपाने के लिए पाकिस्तान पीएम इमरान खान भारत को बदनाम करने की कोशिश कर रहे हैं। ट्विटर के जरिए इमरान खान ने भारत पर आरोप लगाते हुए कहा है कि भारत की मोदी सरकार कोरोना, महंगाई और बेरोजगार जैसे मुद्दों पर असफल है और इसे छिपाने के लिए पाकिस्तान पर हमला कर सकती है। यह पहला मौका नहीं है कि जब पाकिस्तान को सर्जिकल स्ट्राइक का खौफ सता रहा हो, इससे पहले अबु धाबी में पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने दावा किया था कि उनके पास इस बात के सबूत हैं कि पाकिस्तान पर फिर से भारत सर्जिकल स्ट्राइक की योजना बना रहा है।
वहीं शनिवार को भारत की ताकत को लेकर देश के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने साफ कर दिया है कि चीन के साथ बने सीमा गतिरोध को लेकर भारत ने जिस तरह से जवाब दिया है, उससे साफ है कि भारत कमजोर नहीं है। उन्होंने कहा कि, सीमा पर उल्लंघन, आक्रामकता तथा किसी भी तरह की एकतरफा कार्रवाई पर भारत किसी को भी मुंहतोड़ जवाब देने में सक्षम है। राजनाथ सिंह ने पश्चिमी सेक्टर का जिक्र करते हुए कहा कि पाकिस्तान सीमाओं पर छिटपुट संघर्षों को अंजाम दे रहा है।
उन्होंने कहा कि पाकिस्तान भारत से चार युद्धों में बुरी तरह पराजित हुआ है, इसके बाद भी वो आतंकवाद के जरिए ‘‘छद्म युद्ध’’ छेड़ रहा है, लेकिन सैन्य बल और पुलिस आतंकवाद से प्रभावी ढंग से निपट रहे हैं। बता दें कि पाक पर अक्सर आरोप लगते रहते हैं कि वो अपने देश की धरती पर आतंकवादियों के शिविरों को प्रायोजित करता है। ऐसे में पाकिस्तान के बालाकोट में आतंकवादियों के शिविरों पर भारत के हवाई हमलों का जिक्र करते हुए रक्षा मंत्री ने कहा कि भारत न केवल देश के भीतर आतंकवाद से प्रभावी ढंग से मुकाबला कर रहा है बल्कि सीमाओं के बाहर जाकर भी कार्रवाई कर रहा है। उन्होंने कहा कि यह दुनिया को भारत की सैन्य ताकत और आतंकवाद के खिलाफ भारत के मजबूत इरादों को दर्शाता है।