newsroompost
  • youtube
  • facebook
  • twitter

PM Modi Arrives Egypt: दो दिवसीय दौरे पर मिस्र पहुंचे पीएम मोदी, मिस्र के प्रधानमंत्री ने किया वेलकम, दिया गया ‘गार्ड ऑफ़ ऑनर’

PM Modi Arrives Egypt: उन्हें एयरपोर्ट पर गिफ्ट के रूप में भारत में स्थित अमेरिकी राजदूत द्वारा उपहार प्रदान किया गया, और अमेरिकी सशस्त्र सेना की टुकड़ियों ने उन्हें सलामी दी। इस मौके पर अमेरिकी सेना की इंफेंट्री ने उन्हें तोपों की सलामी भी दी है। यह 1997 के बाद पहली बार है जब भारतीय प्रधानमंत्री को इजिप्ट यात्रा के लिए बुलाया गया है।

काहिरा। तीन दिवसीय अमेरिका दौरे के बाद भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अब दो दिवसीय राजनैतिक यात्रा के लिए मिश्र(Egypt) की राजधानी काहिरा की ओर रवाना हो गए हैं। काहिरा अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर प्रधानमंत्री मोदी का स्वागत उनके इजिप्ट के प्रधानमंत्री मुस्तफा मैडबौली ने किया है। पीएम मोदी की इस यात्रा महत्वपूर्ण माना जा रहा है। प्रधानमंत्री मोदी ने अमेरिका की तीन दिवसीय राजनैतिक यात्रा को पूरा करके इस अहम यात्रा के लिए मिस्र की ओर रवाना हुए हैं। उन्हें एयरपोर्ट पर गिफ्ट के रूप में भारत में स्थित अमेरिकी राजदूत द्वारा उपहार प्रदान किया गया, और अमेरिकी सशस्त्र सेना की टुकड़ियों ने उन्हें सलामी दी। इस मौके पर अमेरिकी सेना की इंफेंट्री ने उन्हें तोपों की सलामी भी दी है। यह 1997 के बाद पहली बार है जब भारतीय प्रधानमंत्री को इजिप्ट यात्रा के लिए बुलाया गया है।

इसके साथ ही प्रधानमंत्री मोदी इजिप्ट की अल-हकीम मस्जिद में लगभग आधा घंटा बिताएंगे। अल-हकीम मस्जिद या अल-अनवर काहिरा में एक ऐतिहासिक मस्जिद है। इस मस्जिद का निर्माण 990 और 1013 में किया गया था। यह काहिरा की दूसरी सबसे बड़ी और चौथी सबसे पुरानी मस्जिद है। अल-हकीम मस्जिद में 13,560 वर्ग मीटर के क्षेत्र में बड़ा आंगन या साहन है। इस मस्जिद के उत्तर और पश्चिम कोनों पर दो विशिष्ट मीनारें हैं। पीएम मोदी इस मस्जिद का दौरा करेंगे ताकि शिया समुदाय के अनुयायियों के प्रति सद्भावना प्रदर्शित कर सकें।

जानकारी के अनुसार पीएम नरेंद्र मोदी अपनी मिस्र यात्रा के दौरान सीसी के साथ बातचीत करने के अलावा मिस्र सरकार के वरिष्ठ गणमान्य व्यक्तियों, देश की प्रमुख हस्तियों और भारतीय समुदाय के सदस्यों से भी मुलाकात कर सकते हैं। जनवरी में सीसी की भारत की राजकीय यात्रा के दौरान, दोनों देश अपने संबंधों को रणनीतिक साझेदारी के स्तर तक बढ़ाने पर एक सहमति बनाने पर राजी हुए थे।