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Corona vaccine: रंग लाई PM मोदी और बाइडेन की दोस्ती, देश को Moderna के रूप में मिलनेवाली है कोरोना की रामबाण औषधी

Corona vaccine: अमेरिका ने कोरोना से निपटने के लिए मॉडर्ना और फाइजर वैक्सीन का निर्माण किया है। जिसे वह दुनिया के अन्य देशों को देने की घोषणा पहले ही कर चुका है। लेकिन अब भारत को भी इस वैक्सीन का फायदा मिल पाएगा। हालांकि पहले भारत के लिए इस  वैक्सीन पर रोक थी, लेकिन अमेरिकी राष्ट्रपति ने भारत को यह वैक्सीन देने का फैसला कर लिया है।

नई दिल्ली। दुनियाभर में कहर मचा रही कोरोना महामारी की दूसरी लहर का कहर भले ही भारत में कम हो गया है। लेकिन इसका संक्रमण बढ़ने के साथ इसकी तीसरी लहर आने का डर भारत की जनता के साथ-साथ सरकार में भी देखा जा रहा है। हालंकि देश में कोरोना वैक्सीनेशन का काम तेजी से चल रहा है। वहीं कोरोना वैक्सीन के उत्पादन पर भी सरकार ने अपनी नजर बना रखी है। देशभर में 18 साल से ऊपर के सभी लोगों के वैक्सीनेशन का काम सरकार की तरफ से मुफ्त किया जा रहा है। देशभर में कोरोना की दूसरी लहर ने जो तबाही मचाई उसने सबको अंदर तक डराकर रख दिया। ऐसे में तीसरी लहर आने की खबर से ही लोग डरे हुए हैं। हालांकि केंद्र की मोदी सरकार ने इस बार कोरोना से निपटने के लिए काफी हद तक तैयारी पक्की कर ली है। वहीं इस सब के साथ एक और बेहतर काम भी हुआ है। माना जा रहा है कि इस लहर में कोरोना से निपटने के लिए पीएम मोदी और जो बाइडेन की दोस्ती कारगर साबित हो सकती है।

moderna vaccine

रंग लाएगी मोदी और जो बाइडेन की दोस्ती

दरअसल अमेरिका ने कोरोना से निपटने के लिए मॉडर्ना और फाइजर वैक्सीन का निर्माण किया है। जिसे वह दुनिया के अन्य देशों को देने की घोषणा पहले ही कर चुका है। लेकिन अब भारत को भी इस वैक्सीन का फायदा मिल पाएगा। हालांकि पहले भारत के लिए इस  वैक्सीन पर रोक थी, लेकिन अमेरिकी राष्ट्रपति ने भारत को यह वैक्सीन देने का फैसला कर लिया है। माना जा रहा है कि यह पीएम मोदी और जो बाइडेन के अच्छे रिश्ते और दोस्ती का ही परिणाम है कि अब देशवासी भी मॉडर्ना और फाइजर जैसी वैक्सीन का फायदा उठा पाएंगे।

कोरोना के लिए रामबाण इलाज है मॉडर्ना की यह वैक्सीन 

अमेरिकी प्रयोगशालाओं में बनी मॉडर्ना वैक्सीन कोरोना के खिलाफ रामबाण इलाज मानी जा रहा है। बताया गया है कि यह वैक्सीन कोरोना की रोकथाम के लिए 90 फीसदी तक कारगर है। वैक्सीन को लेकर की गई स्टडीज के मुताबिक फाइजर और मॉडर्ना की सिंगल डोज वैक्सीन संक्रमण के रोकथाम में 80 फीसदी असरदार है। यह आंकड़ा दूसरी डोज के दो हफ्ते बाद बढ़कर 90 फीसदी हो जाने की बात कही गई है। हेल्थकेयर वर्कर को वैक्सीनेट करने बाद किए गए अध्ययन में यह बात सामने आई है। वहीं कहा यह भी जा रहा है कि मॉडर्ना का टीका डेल्टा वेरिएंट और वर्तमान में फैल रहे कोरोना के अन्य वेरिएंट को खिलाफ आशाजनक सुरक्षा प्रदान करने में कारगर है।

इस साल मिलेगी फाइजर वैक्सीन

बता दें कि अमेरिकी दिग्गज कंपनी फाइजर इंक ने कुछ नियामकीय छूट मिलने पर भारत को इसी साल 5 करोड़ टीके देने की बात कही है। इन छूट में टीके से हानि पहुंचने पर कंपनी को मुआवजा चुकाने के लिए मजबूर नहीं करने का वादा भी शामिल किया गया है। यानी इस साल ही भारत में कोरोना के खिलाफ 5 करोड़ अमेरिकी फाइजर वैक्सीन आ जाएगी।

शायद है भारत और अमेरीका के अच्छे संबंध और पीएम मोदी की सच्ची दोस्ती का ही नतीजा है कि अब जो बाइडेन भारत में मॉडर्ना और फाइजर जैसी कारगर वैक्सीन भारत को देने के लिए तैयार हो गए हैं। माना जा रहा है कि अमेरीका से मिली इस सहायता के बाद देश में कोरोना के संक्रमण की तीसरी लहर पर काफी हद तक काबू पाया जा सकेगा।