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CII के सम्मेलन में उद्योगपतियों को PM मोदी ने दिया भरोसा, 24 घंटे आपके लिए मौजूद, आप लीजिए भरपूर रिस्क

CII Conference: पीएम मोदी ने कहा कि, हम देश को सम्मान दिलाना चाहते हैं। मैं आपकी हर समस्या के समाधान के लिए हर वक्त मौजूद रहा हूं और रहूंगा।

नई दिल्ली। 11 अगस्त को हुई भारतीय उद्योग परिसंघ (CII) की वार्षिक बैठक में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि, कोरोना से जंग में उद्योग जगत ने काफी मदद की। आप लोगों की मदद से इकोनॉमी गति पकड़ रही है। आईटी सेक्टर में रिकॉर्ड हायरिंग हो रही है। ग्रोथ में उद्योग जगत की बड़ी भूमिका है। अपने लक्ष्यों की तरफ दोगुनी गति से बढ़ना है। आजादी के अमृत महोत्सव में CII की बैठक हो रही है। उद्योग जगत आत्मनिर्भर भारत की बड़ी जिम्मेदारी उठाए। उन्होंने कहा कि, सरकार आपके हर प्रयास के साथ है। विकास के प्रति देश में वातावरण और सामर्थ्य के प्रति विश्वास का उद्योग जगत फायदा उठाए। हमारी सरकार सोच और अप्रोच में बदलाव लाई है। नया भारत, नई दुनिया के साथ चलने के लिए तैयार है। विदेशी निवेश अब हमें डराते नहीं हैं। टैक्स से जुड़ी नीतियों को हमने बदला। पीएम मोदी ने अपने संबोधन में कहा कि, सबसे कम कॉरपोरेट टैक्स अब भारत में। लटकाने, भटकाने से हटकर ईज ऑफ डूइंग बिजनेस में हम आगे। कानूनों के जाल से हमने उद्योगों को निकाला है। किसानों की उपज को विदेशी बाजार तक पहुंचाने का काम किया। नतीजे में बहुत एफडीआई आ रहा है। देश का फॉरेक्स रिजर्व सबसे ज्यादा। पहले लगता था कि विदेशी चीजें ही बेहतर हैं, लेकिन अब इस सोच में बदलाव आ रहा है। हमारे ब्रांड भी अब दुनिया में पहचान मिल रही है।

उन्होंने कहा कि, हर भारतीय देश में बना प्रोडक्ट चाहता है। उद्योग इसे सोचकर नीति और रणनीति बनाए। आपको ये आत्मनिर्भर भारत बनाने में मदद करेगा। देशवासियों का आत्मविश्वास बहुत बढ़ा है। हर सेक्टर में आत्मविश्वास बढ़ा है। ओलंपिक में युवाओं ने इसे दिखा दिया है। वे रिस्क लेकर नतीजे लाना चाहते हैं। इसी तरह का आत्मविश्वास भारत के स्टार्टअप्स में दिख रहा है। इससे उनकी पहचान बन रही है।

बिजनेस में रिस्क लेने को लेकर पीएम मोदी ने अपने संबोधन में कहा कि, भारत में हर स्तर पर बदलाव हो रहा है। बिजनेस में रिस्क लेने की प्रवृत्ति बढ़ रही है। स्टार्टअप भी कोरोना के दौरान खड़े हुए। स्टार्टअप की रिकॉर्ड लिस्टिंग हुई। ये मार्केट के लिए नए युग की शुरुआत। ये सबूत है कि देश के पास ग्रोथ के नए रास्ते हैं। सरकार ने लगातार रिफॉर्म किए। ये साधारण नहीं थे। दशकों से रिफॉर्म की मांग हो रही थी, बातें भी खूब होती थीं। लेकिन बदलाव नहीं किए गए। हमने दृढ़ता के साथ कोरोना के दौरान भी रिफॉर्म जारी रखे।

पीएम मोदी ने कहा कि, प्राइवेट सेक्टर को बढ़ावा दिया जा रहा है। डिफेंस और परमाणु क्षेत्र को निजी क्षेत्र के लिए खोला है। सरकार अपने नियंत्रण को कम कर रही है। देश अपने प्राइवेट सेक्टर पर भरोसा करता है। हर क्षेत्र में जब प्राइवेट कंपनियां आगे आएंगी, तो युवाओं को ज्यादा मौका मिलेगा। ईज ऑफ लिविंग भी बढ़ा है। उद्योगों के लिए मुश्किल बने कई प्रावधानों को हम खत्म कर रहे हैं। MSME सेक्टर को भी मजबूत करने के लिए कदम उठा रहे हैं। राज्यों को भी भागीदार बनाकर हमने अतिरिक्त फंडिंग की शुरुआत की है।
हमने PLI स्कीम की भी शुरुआत की। आज की सरकार मजबूरी में नहीं, जानकर रिफॉर्म कर रहे हैं। संसद के मौजूदा सत्र में कई बिल पास कराए, जो देश को तरक्की की राह पर बढ़ाएंगे। अतीत की गलतियों को सुधारते हुए रेट्रोस्पेक्टिव टैक्सेशन को खत्म भी किया है। इससे उद्योग जगत और सरकार के बीच रिश्ते सुधरेंगे।

उन्होंने कहा कि, जीएसटी को हमने लागू किया और रिकॉर्ड जीएसटी हमें मिल रहा है। हर सीमा को हमने परे खिसकाया है। आज की सरकार उद्योग जगत से पूछ रही है कि आपकी ताकत बढ़ाने के लिए हमें क्या कहना है। पूर्वजों ने कहा है कि एक पहिए से गाड़ी नहीं चल सकती। इंडस्ट्री और रिस्क लेने की कोशिश करे। रोजगार और निवेश बढ़ाने में आपकी बड़ी भूमिका है। राष्ट्रीय शिक्षा नीति से भी बड़ा कदम उठाया है। बिजनेस के लिए इससे इको सिस्टम बनेगा। इसमें उद्योग जगत की सक्रिय भूमिका बहुत मदद करेगी। आत्मनिर्भर भारत के लिए रिसर्च और डेवलपमेंट का काम बढ़ाना होगा। इसमें भी इंडस्ट्री की अहम भूमिका है। पीएम मोदी ने कहा कि, हम देश को सम्मान दिलाना चाहते हैं। मैं आपकी हर समस्या के समाधान के लिए हर वक्त मौजूद रहा हूं और रहूंगा।