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76th independence day: आजादी की 76वीं सालगिरह पर PM मोदी ने दिए ये 5 संकल्प, कहा- अब गुलामी का एक अंश भी बचने नहीं देना

पीएम मोदी ने कहा कि आजादी के इतने दशकों बाद पूरे विश्व का भारत की तरफ देखने का नजरिया बदल चुका है। विश्व, भारत की तरफ गर्व और अपेक्षा से देख रहा है। समस्याओं का समाधान भारत की धरती पर दुनिया खोजने लगी है। उन्होंने कहा कि आने वाले 25 साल के लिए हमें उन पंच प्रण पर अपनी शक्ति को केंद्रित करना होगा।

नई दिल्ली। देश आज आजादी की 76वीं सालगिरह मना रहा है। इस मौके पर पीएम नरेंद्र मोदी ने लालकिले में झंडारोहण किया। उन्होंने इसके बाद देश को संबोधित किया। लालकिले की प्राचीर से मोदी ने देश को इस मौके पर 5 संकल्प लेने के लिए कहा। उन्होंने कहा कि अब देश बड़े संकल्प लेकर चलेगा और वो बड़ा संकल्प है विकसित भारत और उससे कुछ कम नहीं होना चाहिए। दूसरा प्रण है किसी भी कोने में हमारे मन के भीतर अगर गुलामी का एक भी अंश हो उसे किसी भी हालत में बचने नहीं देना है। तीसरा प्रण है कि हमें अपनी विरासत पर गर्व होना चाहिए। चौथा प्रण है एकता और एकजुटता और पांचवां प्रण है नागरिकों का कर्तव्य, इसमें प्रधानमंत्री भी बाहर नहीं होता है, राष्ट्रपति भी बाहर नहीं है और मुख्यमंत्री भी बाहर नहीं हैं।

modi at red fort 1

पीएम मोदी ने कहा कि आजादी के इतने दशकों बाद पूरे विश्व का भारत की तरफ देखने का नजरिया बदल चुका है। विश्व, भारत की तरफ गर्व और अपेक्षा से देख रहा है। समस्याओं का समाधान भारत की धरती पर दुनिया खोजने लगी है। उन्होंने कहा कि आने वाले 25 साल के लिए हमें उन पंच प्रण पर अपनी शक्ति को केंद्रित करना होगा। साल 2047 में जब आजादी के 100 साल होंगे, आजादी के दीवानों के सारे सपने पूरे करने का जिम्मा उठाकर चलना होगा। मोदी ने कहा कि अनुभव कहता है कि एक बार हम सब संकल्प लेकर चल पड़ें,  तो हम निर्धारित लक्ष्यों को पार कर लेते हैं। आने वाले 25 साल के लिए हमें ‘पंच प्रण’ पर अपनी शक्ति, संकल्पों और सामर्थ्य को केंद्रित करना होगा।

modi at red fort 2

इस मौके पर मोदी भावुक भी दिखाई दिए। उन्होंने कहा कि देश नारी का अपमान स्वीकार नहीं करेगा। हम वो लोग हैं, जो जीव में शिव देखते हैं। हम वो लोग हैं, जो नर में नारायण देखते हैं। हम वो लोग हैं, जो नारी को नारायणी कहते हैं। हम वो लोग हैं, जो पौधे में परमात्मा देखते हैं। हम वो लोग हैं, जो नदी को मां मानते हैं। हम वो लोग हैं, जो कंकड़-कंकड़ में शंकर देखते हैं। मोदी ने कहा कि अब देश बड़े संकल्प लेकर चलेगा, और वो बड़ा संकल्प है विकसित भारत और उससे कुछ कम नहीं होना चाहिए। हमारे मन के भीतर अगर गुलामी का एक भी अंश हो उसे किसी भी हालत में बचने नहीं देना है।