नई दिल्ली। देशभर में चल रहे टीकाकरण अभियान को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अगुवाई में शनिवार को समीक्षा बैठक हुई। इस बैठक में PMO के अधिकारी, स्वास्थ्य मंत्रालय के अधिकारियों के साथ-साथ डॉक्टर वीके पॉल भी मौजूद रहे। वैक्सीन कार्यक्रम को लेकर हुई इस समीक्षा बैठक में कोरोना की तीसरी लहर से निपटने व टीकाकरण अभियान की स्थिति और उसमें तेजी लाने पर चर्चा हुई। बता दें कि यह बैठक ऐसे सयम में हुई जब देश में कोरोना की दूसरी लहर की रफ्तार धीमी होने के बाद डेल्टा प्लस वैरिएंट के कहर का खतरा बना हुआ है। देश के कई राज्यों में डेल्टा प्लस वैरिएंट के मामले लगातार मिलने के बाद केंद्र और राज्य सरकारें बेहद सतर्क हो गई हैं। ऐसे में सरकार की कोशिश है कि जल्द से जल्द बड़ी संख्या में लोगों को कोरोना वैक्सीन का टीका लगाया जाय।
वहीं योग दिवस पर पीएम मोदी ने सभी लोगों को मुफ्त में कोरोना वैक्सीन लगाने की घोषणा की थी। इसके बाद से वैक्सीन अभियान में तेजी आई है।
दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश में चल रहे #COVID19 वैक्सीनेश के संदर्भ में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए बैठक की। pic.twitter.com/WJAcTGrhxC
— ANI_HindiNews (@AHindinews) June 26, 2021
अयोध्या के विकास को लेकर समीक्षा बैठक
बता दें कि शनिवार को दिन पीएम मोदी के लिए बैठकों से भरा रहा। टीकाकरण अभियान को लेकर हो रही समीक्षा बैठक से पहले पीएम मोदी ने अयोध्या विकास योजना को लेकर वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए बैठक की थी। जिसमें उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी शामिल रहे। प्रधानमंत्री मोदी के अलावा अन्य 13 सदस्य बैठक में शामिल हुए। सीएम योगी के अलावा दोनो डिप्टी सीएम केशव मौर्य और दिनेश शर्मा भी बैठक में जुड़ें। इसके अलावा वित्त मंत्री सुरेश खना, नगर विकास मंत्री आशुतोष टंडन, पर्यटन मंत्री नील कंठ तिवारी, सिंचाई मंत्री महेंद्र सिंह भी बैठक में शामिल हुए। इस बैठक में पीएम मोदी ने कहा कि “अयोध्या को एक ऐसा शहर है जो हर भारतीय की सांस्कृतिक चेतना में बसा है, इसलिए इसमें परंपराओं की झलक दिखनी चाहिए।
प्रधानमंत्री मोदी के अलावा अन्य 13 सदस्य बैठक में शामिल हुए। सीएम योगी के अलावा दोनो डिप्टी सीएम केशव मौर्य और दिनेश शर्मा भी बैठक में जुड़ें। इसके अलावा वित्त मंत्री सुरेश खना, नगर विकास मंत्री आशुतोष टंडन, पर्यटन मंत्री नील कंठ तिवारी, सिंचाई मंत्री महेंद्र सिंह भी बैठक में शामिल हुए। इस बैठक में पीएम मोदी ने कहा कि “अयोध्या को एक ऐसा शहर है जो हर भारतीय की सांस्कृतिक चेतना में बसा है, इसलिए इसमें परंपराओं की झलक दिखनी चाहिए।
वहीं पीएम मोदी ने कहा कि, “अयोध्या का विकास कुछ इस तरह से होना चाहिए कि आने वाली पीढ़ी के मन में अपने जीवन में कम से कम एक बार अयोध्या आने की इच्छा महसूस हो।” प्रधानमंत्री ने ये भी कहा कि भगवान राम में लोगों को साथ लाने की जिस तरह की क्षमता थी, उसी तरह अयोध्या के विकास कार्यों में जन भागीदारी होनी चाहिए, खासतौर से युवाओं की। उन्होंने कहा कि शहर के विकास में युवाओं के कौशल का लाभ उठाना चाहिए।
मालूम हो कि इस मीटिंग में आवास विकास के प्रमुख सचिव अयोध्या को लेकर एक विजन डॉक्यूमेंट सामने रखा गया। इसमें बताया गया कि अब तक अयोध्या में कितने विकास कार्य पूरे हुए हैं और आगे किन कामों पर भविष्य में काम होने जा रहा है।
विजन डॉक्यूमेंट में क्या-क्या है खास ?
1 – राम नगरी अयोध्या आस्था क्षेत्र को सनातन परंपरा के अनुसार आध्यात्मिक केंद्र के रूप में विकसित करना
2 – अयोध्या आस्था क्षेत्र को सर्व समावेशी वैश्विक पटल स्थली के रूप में विकसित करना
3 – अयोध्या विकास क्षेत्र को सिस्टनेबुल नगर के अनुरूप विकसित करना
यह तीन लक्ष्य विजन डॉक्यूमेंट में तैयार किए गए। जिनमें अध्यात्मिक नगर, उत्सर्धमी नगर, ज्ञानकेंद्र, तीर्थ यात्रियों की सुविधा के अनुरूप अवसंरचना विकास, पर्यटन का विविधीकरण, हब एंड स्पोक्स सर्किट, ऐतिहासिक नगर परिपथ एवं धरोहर स्थलों का भ्रमण, पर्यावरणीय संसाधनों के अनुप्रयोग तथा सरयू तटीय सौंदर्यीकरण, अयोध्या की विशिष्टियों की ब्रांडिंग, सुगम परिवहन एवं यात्री सुविधा शामिल है। इसके अतिरिक्त अयोध्या में स्पाइन रोड 24 मीटर 30 मीटर और 40 मीटर चौड़ाई वाली सड़कें को उसको लेकर भी विजन डॉक्यूमेंट में जिक्र किया गया है।