नई दिल्ली। शिव की नगरी वाराणसी की एक और पहचान है। यह है ‘अड़ी’। अड़ी यानी अड्डेबाजी के अड्डे। इन अड्डों पर आम लोगों के साथ ही खास लोगों का भी जमावड़ा जुटता रहता है। जहां संगीत से लेकर संस्कृति और सियासत तक पर चर्चा चलती है। लेकिन अब इन्हीं चर्चित अड़ियों के शहर और अपने संसदीय क्षेत्र को पीएम नरेंद्र मोदी ने भव्य कन्वेंशन सेंटर का तोहफा दिया है। वाराणसी शिव की नगरी है। ऐसे में इस कन्वेंशन सेंटर का नाम भगवान शिव के प्रिय रुद्राक्ष के नाम पर रखा गया है।
जापान के सहयोग से बने रुद्राक्ष कन्वेंशन सेंटर को वाराणसी के सिगरा में बनाया गया है। दो मंजिला इस कन्वेंशन सेंटर को बनाने में 186 करोड़ रुपए की लागत आई है। जापान का पीएम रहते जब शिंजो अबे वाराणसी आए थे, तभी इस कन्वेंशन सेंटर को बनाने का समझौता दोनों देशों के बीच हुआ था। जिसे जापान इंटरनेशनल को-ऑपरेशन एजेंसी की मदद से पूरा किया गया है।
करीब तीन हेक्टेयर जमीन पर बनाए गए रुद्राक्ष कन्वेंशन सेंटर को भव्य बनाने में कोई कसर नहीं रखी गई है। भारत और जापानी कला और संस्कृति की झलक दिखाते कन्वेंशन सेंटर की छत के घेरे में 108 रुद्राक्ष बनाए गए हैं। यहां अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन, संगीत समारोह और अन्य कार्यक्रम हो सकेंगे। इसके लिए रुद्राक्ष के ऑडिटोरियम में 1200 लोगों के बैठने की व्यवस्था है।
इस ऑडिटोरियम की खास बात ये है कि यहां व्हीलचेयर पर आने वाले दिव्यांग भी बैठ सकेंगे। अलग-अलग पेंटिंग्स से सजे रुद्राक्ष कन्वेंशन सेंटर के गलियारे में पहुंचते ही इसकी भव्यता चकाचौंध कर देती है। यहां आगंतुक बैठ तो सकते ही हैं, साथ ही इस पूरे इलाके को छोटे-छोटे हिस्सों में बांटा भी जा सकता है। इसके अलावा यहां ग्रीन रूम और करीब 150 लोगों के लिए कॉन्फ्रेंस हॉल भी बनाए गए हैं।