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‘गुणगान नहीं आलोचना है पसंद! खलती है आलोचकों की कमी भी’, जानें PM मोदी ने ऐसा क्यों कहा

नई दिल्ली। कहते हैं कि आलोचना किसी भी इंसान को अंदर से बहुत मजबूत बनाती है। शायद इसी का नतीजा है कि आज पीएम मोदी अपने आलोचकों से बेइंतहा मोहब्बत करते हैं। उनकी परवाह करते हैं। खैर, यह हम उनके लिए तारीफों के कसीदे पढ़ते हुए नहीं कह रहे हैं, बल्कि यह कथन उन्होंने एक …

नई दिल्ली। कहते हैं कि आलोचना किसी भी इंसान को अंदर से बहुत मजबूत बनाती है। शायद इसी का नतीजा है कि आज पीएम मोदी अपने आलोचकों से बेइंतहा मोहब्बत करते हैं। उनकी परवाह करते हैं। खैर, यह हम उनके लिए तारीफों के कसीदे पढ़ते हुए नहीं कह रहे हैं, बल्कि यह कथन उन्होंने एक पत्रिका को दिए अपने इंटरव्यू में कहा है। बता दें कि जब इंटरव्यू के दौरान उनसे पूछा गया कि जब कोई आलोचक आपकी आलोचना करता है, तब आप उनके बारे में क्या सोचते हैं। इस पर पीएम मोदी ने काफी प्रभावित करने वाला जवाब दिया। उन्होंने कहा कि, ‘मैं अपने आलोचकों को खूब पसंद करता हूं। उनको याद करता हूं’। इसके अलावा उन्होंने आलोचकों की तारीफ करते हुए कहा कि, ‘देखिए आलोचना करना कोई सरल कृत्य नहीं है।

pm modi

यह बहुत ही दुरूह कृत्य है’। इस दौरान उन्होंने आरोप और आलोचना के बीच अंतर चिन्हित करते हुए कहा कि, ‘देखिए आरोप लगाना बहुत ही आसान होता है, लेकिन आलोचना करना सरल नहीं होता है, इसके लिए उन्हें गहन शोध करना होता है’। वहीं, पीएम मोदी का यह बयान अभी खासा सुर्खियों में है। लोग इस पर अलग-अलग तरह से अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त करते नजर आ रहे हैं। इसके अलावा उन्होंने इस इंटरव्यू के दौरान कई गंभीर विषय पर अपने विचार व्यक्त किए हैं।

narendra-modi

अनुसंधान की दशा और दिशा पर दिया जोर

इसके अलावा पीएम मोदी ने कहा कि अनुसंधान की दिशा व दशा को बदलने की दिशा में हमारी सरकार अनवरत निर्बाध रूप से प्रयासरत है। शोध किसी भी विषय की प्रासंगिकता को बढ़ान में अहम भूमिका निभाती है। उन्होंने कहा कि अब हमें जय विज्ञान, जय किसान, यह अनुंसधान पर जोर देने की दिशा में काम करना होगा। तभी आगामी दिनों में नतीजे सार्थक होंगे।

pm modi birthday..

 69 फीसद लोगों को लग चुका है वैक्सीन

वहीं, पीएम मोदी ने कोरोना के दौरान अपनी सरकार की कार्यशैली की सराहना करते हुए कहा कि कोरोना को पूर्णत: प्रभावहीन करने की दिशा में  सरकार सक्रिय है। इसी क्रम में अब तक 69 फीसद लोगों को वैक्सीन लगाया जा चुका है। वहीं, 25 फीसद लोगों को वैक्सीन के दोनों ही डोज लगाए जा चुके हैं। वैक्सीन की रफ्तार को तीव्र करने की दिशा में हमारी सरकार अनवरत कार्यरत है। इसके साथ ही पीएम मोदी द्वारा आलोचना पर दिया गया यह बयान अभी खासा सुर्खियों में है।

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क्यों अहम है पीएम मोदी का उक्त बयान

पीएम मोदी के उक्त बयान की चर्चा इसलिए हो रही है, क्योंकि कई मौकों पर उनके आलोचकों द्वारा उनकी जमकर आलोचना की गई, लेकिन यही देखा जाता रहा है कि उनकी तरफ से कोई प्रतिक्रिया जाहिर नहीं की जाती है। कुछ लोग इसे पीएम मोदी की मौन कूटनीति बताते हैं, जो किसी भी गंभीर विषय को सरलता से निपटाने में काफी उपयोगी साबित हो सकती है। इसी क्रम में अब जब उनसे एक साक्षात्कार के दौरान आलोचना के संदर्भ में प्रश्न पूछा गया तो उनके द्वारा दिया गया यह प्रशंसनीय उत्तर अभी विशेष चर्चा में है।