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Opposition Meeting: विपक्षियों की बैठक पर पीएम मोदी ने कसा तंज, तो बोखलाए खरगे, केजरीवाल सहित ये नेता, साधा प्रधानमंत्री पर निशाना

Opposition Meeting: पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी का भी बयान सामने आया है, जिसमें उन्होंने कहा कि यह एक अच्छी, सार्थक बैठक है. रचनात्मक निर्णय लिया जाएगा…आज हमने जो चर्चा की, उसके बाद का परिणाम इस देश के लोगों के लिए अच्छा हो सकता है। बता दें कि आगामी लोकसभा चुनाव से पूर्व बैठकों का दौर शुरू हो चुका है।

नई दिल्ली। आगामी लोकसभा चुनाव से पूर्व मोदी सरकार के विरोध में सियासी माहौल बनाने के मकसद से राजधानी बेंगलुरु में दो दिवसीय विपक्षियों की बैठक बुलाई गई, जिसमें 26 दल शामिल हुए। बैठक में मुख्य रूप से इस मुद्दे पर चर्चा हुई कि कैसे बीजेपी के विरोध में माहौल बनाकर अपने जनाधार को विस्तारित किया जा सकें। वहीं, विपक्षियों के इस बैठक के जवाव में बीजेपी ने भी दिल्ली के अशोका होटल में बैठक आहुत की है, जिसमें एनडीए के घटक दल शामिल हुए हैं। वहीं, आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पोर्ट ब्लेयर के वीर सावरकर हवाई अड्डे पर एकीकृत टर्मिनल का उद्घाटन करने के मौके पर विपक्षियों पर जोरदार हमला बोला। लंबे समय तक भारत में विकास का दायरा कुछ दलों की स्वार्थ भरी राजनीति के कारण देश के दूर दराज वाले इलाकों तक पहुंचा ही नहीं।

ये दल उन्हीं कामों को प्राथमिकता देते थे जिसमें इनका खुद का भला हो इनके परिवार का भला हो, नतीजा ये हुआ कि जो आदिवासी क्षेत्र और द्वीप हैं वहां की जनता विकास से वंचित रही, विकास के लिए तरसती रही। प्रधानमंत्री अपने संबोधन में विपक्षियों को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि 2024 के लिए देश के लोगों ने हमारी सरकार वापस लाने का मन बना लिया है। ऐसे में भारत की बदहाली के जिम्मेदार कुछ लोग अपनी दुकान खोलकर बैठ गए हैं। इन्हें देखकर मुझे एक कविता याद आती है, “गायित कुछ है, हाल कुछ है, लेबिल कुछ है माल कुछ है”। 24 के लिए 26 होने वाले दलों पर ये फिट बैठता है।

बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने विपक्षियों पर ऐसे वक्त में हमला बोला है, जब बेंगलुरु में विपक्षियों की दो दिवसीय बैठक आहुत की गई है, जिसमें करीब 26 दल शामिल हुए हैं। पीएम मोदी ने इन 26 दलों को आडे़ हाथों लिया है, जिसके जवाब में कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्य़क्ष मल्लिकार्जुन खड़गे का भी बयान सामने आया है, जिमसें उन्होंने कहा कि मुझे खुशी है कि बेंगलुरु में 26 पार्टियां एकजुट होकर काम करने के लिए मौजूद हैं. हम सब मिलकर आज 11 राज्यों में सरकार में हैं। बीजेपी को अकेले 303 सीटें नहीं मिलीं. उसने अपने सहयोगियों के वोटों का इस्तेमाल किया और सत्ता में आई और फिर उन्हें त्याग दिया। भाजपा अध्यक्ष और उनके नेता अपने पुराने सहयोगियों से समझौता करने के लिए एक राज्य से दूसरे राज्य की दौड़ लगा रहे हैं।

उन्हें डर है कि जो एकता उन्हें यहां दिख रही है, उसका नतीजा अगले साल उनकी हार होगी। हर संस्था को विपक्ष के खिलाफ हथियार बनाया जा रहा है। इस बैठक में हमारा इरादा अपने लिए सत्ता हासिल करना नहीं है।’ यह लोकतंत्र, धर्मनिरपेक्षता और सामाजिक न्याय की रक्षा करना है। आइए हम भारत को प्रगति, कल्याण और सच्चे लोकतंत्र के पथ पर वापस ले जाने का संकल्प लें।

वहीं, केजरीवाल ने भी पीएम मोदी ने पर निशाना साधा है, जिसमें उन्होंने कहा कि पीएम मोदी को पिछले दस सालों तक देश पर शासन करने का मौका मिला और उन्होंने देश के लगभग हर क्षेत्र को पूरी तरह से चौपट कर दिया है। उन्होंने लोगों के बीच नफरत पैदा कर दी है, अर्थव्यवस्था खस्ताहाल है, सभी क्षेत्रों में इतनी महंगाई है, इतनी बेरोजगारी है. अब मुझे लगता है कि अब समय आ गया है कि इस देश के लोग उनसे छुटकारा पाना चाहते हैं, इसलिए सभी को एक साथ आने की जरूरत है।’

उधर, पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी का भी बयान सामने आया है, जिसमें उन्होंने कहा कि यह एक अच्छी, सार्थक बैठक है. रचनात्मक निर्णय लिया जाएगा…आज हमने जो चर्चा की, उसके बाद का परिणाम इस देश के लोगों के लिए अच्छा हो सकता है। बता दें कि आगामी लोकसभा चुनाव से पूर्व बैठकों का दौर शुरू हो चुका है। विपक्ष से लेकर सत्तापक्ष तक में बैठकों की बयान बह रही है, लेकिन इस बीच यह देखना दिलचस्प रहेगा कि क्या यह बैठक विपक्षी के लिए आगे चलकर जीत का मार्ग प्रशस्त कर पाएगी।