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Politics: चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर ने अरविंद केजरीवाल को दिखाया आईना, कहा- फिलहाल भूल जाएं…

पीके ने कहा कि देश की सत्ता पर काबिज होने के लिए किसी भी पार्टी को कम से कम 20 करोड़ वोट हासिल करने होते हैं। अब तक बीजेपी और कांग्रेस ही इस आंकड़े को छू सकी हैं। जबकि, 2019 के लोकसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी को देशभर में सिर्फ 27 लाख वोट ही मिले थे।

नई दिल्ली। चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर यानी पीके की ये भविष्यवाणी जानकर दिल्ली के सीएम और आम आदमी पार्टी AAP के संयोजक अरविंद केजरीवाल की चिंता बढ़ सकती है। दिल्ली में दो बार और अब पंजाब में सरकार बनने से उत्साहित केजरीवाल के सपनों पर प्रशांत किशोर का ताजा बयान पानी फेरने जैसा है। प्रशांत किशोर ने साफ कहा है कि अरविंद केजरीवाल देश पर राज करने का सपना अभी भूल जाएं। पीके ने कहा है कि देश पर राज करने के लिए केजरीवाल की पार्टी को अभी काफी पापड़ बेलने पड़ेंगे। इसके समर्थन में चुनावी रणनीतिकार ने आंकड़ों का हवाला दिया है।

हिंदी अखबार ‘दैनिक भास्कर’ को दिए इंटरव्यू में पीके ने कहा कि देश की सत्ता पर काबिज होने के लिए किसी भी पार्टी को कम से कम 20 करोड़ वोट हासिल करने होते हैं। अब तक बीजेपी और कांग्रेस ही इस आंकड़े को छू सकी हैं। जबकि, 2019 के लोकसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी को देशभर में सिर्फ 27 लाख वोट ही मिले थे। बीजेपी को तो अपने दम पर केंद्र में सरकार बनाने के लिए काफी वक्त इंतजार करना पड़ा। पीके ने कहा कि बीजेपी ने साल 1978 से कोशिश शुरू की थी। इसके नतीजे में 1990 के दशक में उनको मिली-जुली सरकार बनाने का मौका मिला था।

prashant kishor

एक सवाल के जवाब में प्रशांत किशोर ने कहा कि एक या दो राज्य में चुनाव जीतना अलग और लोकसभा चुनाव जीतना अलग बात है। थ्योरी के मुताबिक तो कोई भी पार्टी राष्ट्रीय पार्टी बन सकती है। फिर भी देश में देखें, तो बीजेपी और कांग्रेस ही पूरे देश में हैं। ये स्तर हासिल करने के लिए कम से कम 15 से 20 साल कोशिश करनी होगी। एक रात में ये लक्ष्य हासिल करना किसी भी पार्टी के लिए संभव नहीं है। जाहिर है, पीके की ये बात केजरीवाल के उत्साह और उनकी बयानबाजी के लिए बड़ा झटका है।