नई दिल्ली। उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में हिंदू -मुस्लिम धर्म विवाद को लेकर मामला इतना बढ़ गया कि एक छात्र ने बस कंडक्टर पर चापड़ से हमला कर दिया। गनीमत रही कि बस कंडक्टर को जल्द ही अस्पताल में भर्ती कराया गया और जान बचाई जा सकी। प्रयागराज के एसआरएन में बस कंडक्टर का इलाज हो रहा है, जबकि हमला करने वाले युवक को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस ने पैर में गोली मारकर आरोपी इंजीनियरिंग छात्र को पकड़ा है और उससे पूछताछ कर रही है। बता दें कि आरोपी ने हमला करने के बाद खुद का वीडियो भी बनाया और सोशल मीडिया पर अपलोड भी किया।
बस किराए को लेकर हुई थी बहस
पुलिस ने आरोपी छात्र को कॉलेज कैंपस से गिरफ्तार किया था, जहां वो पुलिस को देखकर भागने लगा और पुलिस को मजबूर पैर में गोली मारकर उसे गिरफ्तार करना पड़ा। आरोपी ने हमला करने के बाद वीडियो भी बनाया और बताया कि कंडक्टर ने हमारे रसूलुल्लाह को गलत बोला था इसलिए मैंने उस पर हमला किया..। हालांकि वहां मौजूद लोगों का कहना है कि पहले कंडक्टर और छात्र के बीच किराए को लेकर बहस हुई और फिर लड़ाई इतनी बढ़ गई कि छात्र ने हमला कर दिया और वहां से भाग गया। भागते हुए भी आरोपी छात्र ने कथित तौर पर अल्लाह हु अकबर और जमात अभी जिंदा है…जैसे नारे भी लगाए।
Alert #Hindus brothers & Sisters 🚨
this Jihadis is a m0nster n0t human😡
let’s troll him until action had been taken & bring our brothers 2 justice🙏🙏 #Prayagraj #Islam #SuryaKumarYadav #JioCinema #KantaraChapter1 #AmitabhBachchan #WeekendKaVaar #RajouriEncounter #voting pic.twitter.com/r1xRjB3lak— Robert Lyngdoh (@RobertLyngdoh2) November 25, 2023
हाजीगंज सोरांव गांव का रहने वाला है आरोपी
आरोपी छात्र की पहचान आरोपी लारेब हाशमी की तौर पर हुई है। आरोपी हाजीगंज सोरांव गांव का रहने वाला है और उसके पिता का नाम मोहम्मद यूनुस है। वो प्राइवेट इंजीनियरिंग कॉलेज के बीटेक कर रहा है और अभी फस्ट ईयर में भी है। बताया जा रहा है कि लारेब हाशमी ने अपने वीडियो में सीएम योगी आदित्यनाथ को लेकर भी कुछ कहा है..।हालांकि पुलिस मामले की जांच कर रही है और आरोपी से पूछताछ भी कर रही है। वहीं बस कंडक्टर ने बताया कि छात्र पहले से ही चापड़ लेकर घूम रहा था। जैसे ही कॉलेज का गेट आया तो उसने अचानक से हमला कर दिया। कंडक्टर ने ये भी बताया कि पहले भी किराए को लेकर दोनों के बीच बहस हो चुकी थी।
नहीं है ये पहला मामला
देश में घटने वाला ये पहला मामला नहीं है। इससे पहले बीते साल ही राजस्थान में कन्हैयालाल टेलर की सरेआम निर्मम हत्या कर दी थी, क्योंकि उन्होंने कथित तौर पर सोशल मीडिया पर एक पोस्ट का समर्थन किया था। जिसके बाद मामला दो समुदायों के बीच का बन गया। इसके अलावा महाराष्ट्र में भी ऐसी घटना देखने को मिली थी। जहां उमेश कोल्हे की दूसरे समुदाय के लोगों ने हत्या कर दी थी। मामला इतना बढ़ गया था कि मामले में एनआईए को हस्तक्षेप करना पड़ा था।