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प्रियंका ने जिस किसान की ‘बदहाली’ को लेकर साधा सरकार पर निशाना, अब उसने ही खोल दी पोल!

Priyanka Gandhi: दलीप पंचोली नाम के एक यूजर ने प्रियंका गाधी के ट्वीट पर जवाब दिया कि, “इस कुनबे को अब केवल और केवल झूठ का ही सहारा है, रोज झूठ पकड़ा जाता है, बेइज्जती होती है, ट्विट डिलीट करती है, पर मजाल झूठ फैलाना छोड़ दे।”

नई दिल्ली। किसानों के मुद्दे पर मोदी सरकार को घेरने वाली कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी अपने एक ट्वीट को लेकर लोगों के निशाने पर आ गई हैं। दरअसल बुधवार को उन्होंने अपने एक ट्वीट में लिखा कि, “लखीमपुर खीरी के किसान आलोक मिश्रा का 6 लाख रु का गन्ना भुगतान बकाया है। उनको खेती, इलाज आदि के लिए 3 लाख का लोन लेना पड़ा। 10,000 करोड़ का भुगतान फंसा होने के चलते यूपी के लाखों किसानों का यही हाल है। 14 दिन में भुगतान एवं आय दुगनी का वादा जुमला निकला।” इस ट्वीट को लेकर अब खबर सामने आ रही है कि, प्रियंका गांधी ने जिस आलोक मिश्रा का जिक्र किया है, उन्होंने ही प्रियंका के इस दावे को खारिज कर दिया है। बता दें कि प्रियंका गांधी के इस ट्वीट पर सच बताते हुए ABP न्यूज की एंकर रुबिका लियाकत ने भी अपने ट्वीट में सच बताया है।

PRIYANKA GANDHI TWEET

बता दें कि प्रियंका गांधी ने किसान आलोक मिश्रा का उदाहरण देते हुए सरकार पर निशाना साधा था कि, सरकार का 14 दिन में भुगतान एवं आय दुगनी का वादा महज जुमला निकला। ऐसे में एंकर रुबिका ने अपने ट्वीट में लिखा कि, “प्रियंका के ट्वीट में जिस किसान आलोक मिश्रा का ज़िक्र है वो कह रहे हैं कि प्रियंका वाड्रा को सही खबर पढ़कर रिएक्शन देना चाहिए। मुझे पिछले साल का पूरा भुगतान मिल गया है।”

वहीं दलीप पंचोली नाम के एक यूजर ने प्रियंका गाँधी के ट्वीट पर जवाब दिया कि, “इस कुनबे को अब केवल और केवल झूठ का ही सहारा है….. रोज झूठ पकड़ा जाता है…. बेइज्जती होती है…. ट्विट डिलीट करती है…. पर मजाल झूठ फैलाना छोड़ दे।”

देखिए लोगों ने किस तरह से प्रियंका गांधी के मुद्दे पर अपना रिप्लाई दिया है..

दरअसल गलत खबरें फैलाने को लेकर प्रियंका गाँधी इससे पहले भी लोगों के निशाने पर आ चुकी हैं।  इसी साल जनवरी में प्रियंका गांधी ने एक ट्वीट कर दावा किया था कि, सरकार ने रेलवे भर्ती बोर्ड की फीस को बढ़ाकर 500 रुपए कर दिया है। कांग्रेस महासचिव वाड्रा ने ट्वीट किया कि रेलवे भर्ती बोर्ड की फीस 2013 तक 60 रुपए थी। भाजपा सरकार ने बढ़ाकर उसे 2016 में 500 रुपए कर दिया। बेरोजगारों से भर्ती के नाम पर रेलवे भर्ती बोर्ड 900 करोड़ रुपए वसूल चुका है। लेकिन रोजगार कितना मिला? युवाओं से जो हर साल 2 करोड़ रोजगार का वादा किया गया था वो कितना पूरा हुआ? वहीं इस खबर को #PIBFactCheck में गलत पाया गया था।

वहीं इससे भी पहले प्रियंका गांधी ने ट्वीट कर दावा किया  था कि सरकार ने भारतीय रेल पर एक निजी कंपनी का ठप्पा लगवा दिया है।

बाद में पीआईबी फैक्ट चेक में पाया गया कि निजी कंपनी का वह प्रतीक चिन्ह सिर्फ एक विज्ञापन है। जिसे रेलवे ने कमाई बढ़ाने के लिए लगाया है।