नई दिल्ली। लाउडस्पीकर को लेकर छिड़ी बहस के बीच समाजवादी पार्टी की महानगर अध्यक्ष रुबीना खानम ने कहा कि मुस्लिमों को छेड़ने की कोशिश मत करो अन्यथा मुस्लिम महिलाएं सड़कों पर उतकर प्रदर्शन करेंगी। अपने हित में आवाज उठाएंगी। यह बेइंतहा गलत बात है कि आप रमजान जैसे पाक माह में हमारे मजहबी गतिविधियों पर अड़ंगा लगा रहे हैं। यह हमारी आस्था का मामला है। हमेशा से ही मंदिरों और मस्जिद में लाउडस्पीकर लगते हुए आ रहे हैं। सभी लोगों को अपने धर्म का पालन करने की स्वतंत्रता है। वहीं, उन्होंने आगे कहा कि अगर तुम लोग अपनी हरकतों से बाज नहीं आए, तो हम महिलाओं ने भी चुड़ियां नहीं पहन रखी हैं। सैकड़ों की तादाद में महिलाएं अपना मोर्चा संभालेंगी और तुम्हारे सामने प्रदर्शन करेंगी। यही नहीं, उन्होंने आगे कहा कि हमारा आचरण तुम्हारे आचरण जैसा नहीं है। हम शांतिपूर्वक प्रदर्शन करेंगे। सपा नेता ने कहा कि तुम लोग अपने धर्म का पालन करो। सभी को अपने-अपने धर्म का पालन करने की पूरी स्वतंत्रता है। यही नहीं, अगर तुम दूसरों के धर्मों के साथ खिलवाड़ करोगे, तो इसका अंजाम बुरा होगा।
बीजेपी सरकार पर भी साधा निशाना
इसके अलावा उन्होंने बीजेपी सरकार पर भी निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि बीजेपी हिंदू-मुसलमानों के बीच नफरत पैदा करना चाहती है। सपा नेता ने कहा कि बीजेपी अपनी आस्था को भूल चुकी है। अपने सिद्धांतों को भूल चुकी है। पहले कभी बीजेपी ने अटल बिहारी वाजपेयी जैसे महान नेता भी हुआ करते थे, जो कि यह कहा करते थे कि सरकारें आएंगी और जाएंगी। पार्टियां बनेंगी और बिगड़ेंगी। लेकिन यह देश रहना चाहिए और इस देश का लोकतंत्र रहना चाहिए। और हिंदू-मुस्लिम भाईचारा रहना चाहिए। लेकिन आज की तारीख में बीजेपी सरकार इन बातों को भूल चुकी है।
ध्यान रहे कि सपा महिला नेता का उक्त बयान ऐसे समय में सामने आया है, जब देश में मस्जिद में लाउडस्पीकर लगाने को लेकर बहस छिड़ चुकी है। इस बहस की शुरुआत मनसे प्रमुख राज ठाकरे ने यह कहकर की थी कि सभी मस्जिदों से लाउडस्पीकर हटा लिए जाएं, अन्यथा इसके विरोध में हनुमान चालीसा का पाठ लाउडस्पीकर से ही किया जाएगा। उन्होंने इसके विरोध में मनसे कार्यालय में लाउडस्पीकर से हनुमान चालीसा बजवाया था। बहरहाल, अभी इस पूरे मसले को लेकर देश में गर्मागर्म बहस छिड़ी हुई है। अब ऐसे में यह पूरा मामला आगे चलकर क्या कुछ रुख अख्तियार करता है। इस पर सभी की निगाहें टिकी रहेंगी।