नई दिल्ली। उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) की राजधानी लखनऊ (Lucknow) के पीजीआई थाना क्षेत्र के यमुनापुरम कालोनी में एक नाबालिग ने अपनी मां को मौत के घाट उतार दिया था। नाबालिग पर ऑनलाइन गेम पबजी का चस्का इस कदर हावी हुआ कि उसने अपनी मां को ही हमेशा के लिए मौत की निंदा सुला दिया। इससे भी ज्यादा खौफनाक ये था कि मां की हत्या करने के बाद उसने शव को कई दिनों तक घर के अंदर ही छुपाकर रखा। साथ ही किसी को शव की बदबू न आए, इसके लिए कमरे में रूम फ्रेशनर और डीओडरेंट का इस्तेमाल भी किया। जिसके बाद पूरे कॉलोनी में हड़कंप सा मच गया था। अब इस वारदात को लेकर नाबालिग ने पूछताछ में कई बड़े खुलासे किए हैं, जिसने लोगों को हैरत में डाल दिया है।
दरअसल, बाल सुधार गृह में पूछताछ के दौरान नाबालिग ने घर में ‘तीसरे शख्स’ की एंट्री की बात कही है और उस शख्स के चलते मां की हत्या को जायज ठहराया है, मगर ये जानकारी भी सामने आई है कि उसे ऑनलाइन गेम खेलने की बुरी आदत पड़ गई थी, जिसकी वजह से वो आए दिन अपनी मां से लड़ाई झगड़ा करता रहता था। वहीं, नाबालिग बेटे ने पूछताछ के दौरान बताया है कि, जब डैड को घर में तीसरे शख्स की मौजूदगी के बारे में पता चला , तो उनकी मां से बहुत लड़ाई हुई। यही नहीं, आरोपी बेटे ने बताया कि पापा से झगड़े के बाद उसकी मां ने गुस्से में गर में रखे कांच के सभी सामानों को तोड़ दिया और मुझे भी डंडों से बुरी तरह पीटा।
वहीं इस मामले में पुलिस की थ्योरी पर सवाल उठ रहे है। पुलिस की जांच में पहले बात निकालकर सामने आई थी। महिला की हत्या में परिवार के दो सदस्यों का नाम सामने आ रहे थे, लेकिन अब जो सच्चाई सामने आई है उसने पुलिस पड़ताल पर सवाल खड़े कर दिए है। साधना सिंह की हत्या की पीछे पबजी गेम वजह नहीं थी,बल्कि ये कहानी पुलिस द्वारा गढ़ी गई थी। बताया जा रहा है कि उसने बंगाल के असनसोल में फौजी पिता को मां की बिल्डर से दोस्ती के बारे में बताया था। जिसके बाद पिता ने कहा मैं अगर मौके पर होता तो दोनों को मौत के घाट उतार देता। जिसके बाद माना जा रहा है कि बेटे ने मां की हत्या कर दी।