newsroompost
  • youtube
  • facebook
  • twitter

Punjab: फिर सिद्धू और चन्नी के बीच बढ़ी तकरार? करतारपुर कॉरिडोर नहीं ले जाने पर बिदक गये पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष

Kartarpur Corridor: जानकारी के मुताबिक पंजाब सरकार की तरफ से नवजोत सिंह सिद्धू का नाम इस इस जत्थे के साथ जाने के लिए गृह मंत्रालय को अनुमति के लिए नहीं भेजा गया। मिल रहीं ख़बरों की मानें तो नवजोत सिंह सिद्धू को देर रात पंजाब सरकार की ओर से जानकारी दी गई कि वो सीएम के साथ जा रहे दल में शामिल नहीं है।

नई दिल्ली। पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी अपने पूरे मंत्रिमंडल, उनके परिवार के सदस्य अलावा एक जत्थे के साथ गुरुवार को पाकिस्तान स्थित करतारपुर साहिब गुरुद्वारे का दौरा किया, लेकिन सबसे हैरानी वाली बात ये रही कि इस जत्थे में नवजोत सिंह सिद्धू को शामिल नहीं किया गया। सीएम और पंजाब के मंत्रियों के साथ नवजोत सिंह सिद्धू को करतारपुर साहिब गुरुद्वारे तक अपने साथ न ले जाने पर अब सिद्धू खेमा नाराज हो गया है। सिद्धू के सलाहकार ने भी खुद ट्विटर पर इस नाराजगी को जाहिर किया है।

क्या है पूरा मामला?

दरअसल पंजाब के मुख्यमंत्री नवजोत सिंह सिद्धू अपने पूरे कैबिनेट के साथ गुरुवार को करतारपुर साहिब गुरुद्वारा पहुंचे लेकिन इनके साथ पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू नहीं जा पाए। इसके पीछे कई कारण बताये जा रहे हैं लेकिन पंजाब के एक रिपोर्टर ने ट्वीट किया, ‘चरणजीत सिंह चन्नी और उनके सहयोगी करतापुर साहिब गुरुद्वारा जाएंगे लेकिन कांग्रेस के अंदर ही अब सिद्धू को इस दौरे से बाहर रखने पर सवाल खड़े हो रहे हैं कि पंजाब सरकार ने उन्हें न ले जाने का फैसला क्यों किया। महफिल लूटने का डर।’ इस ट्वीट पर सिद्धू के सलाहकार सुरिंदर दल्ला ने जवाब दिया और अपनी सहमति जताई है। उन्होंने लिखा, ‘एकदम सच राजमीत जी। मैं आपके विचारों से बिल्कुल सहमत हूं।’ 

फिर बिदुक गये सिद्धू?

दरअसल सीएम चरणजीत सिंह चन्नी अपने साथ कुछ करीबी कैबिनेट मंत्रियों और उनके परिवारों को लेकर करतारपुर कॉरिडोर पहुंच गए लेकिन सिद्धू को नहीं ले गये। इससे सिद्धू बेहद नाराज हो गए हैं और उनके समर्थक चन्नी पर सवाल उठा रहे हैं। जानकारी के मुताबिक पंजाब सरकार की तरफ से नवजोत सिंह सिद्धू का नाम इस इस जत्थे के साथ जाने के लिए गृह मंत्रालय को अनुमति के लिए नहीं भेजा गया। मिल रहीं ख़बरों की मानें तो नवजोत सिंह सिद्धू को देर रात पंजाब सरकार की ओर से जानकारी दी गई कि वो सीएम के साथ जा रहे दल में शामिल नहीं है। सिद्धू को बताया गया कि उन्हें 20 नवंबर को करतारपुर साहिब गुरुद्वारा जाने की अनुमति मिली है जबकि सिद्धू तो सीएम के साथ जाने की पूरी तैयारी कर बैठे थे। सिद्धू अब इसी पूरी घटना के बाद नाराज हो गए हैं।

वहीं करतारपुर से लौटने के बाद  सीएम चन्नी ने ट्वीट कर कहा कि गुरु नानक देव जी के 552वें प्रकाश पर्व को समर्पित, हम पंजाब भर से तीर्थयात्रियों के लिए करतारपुर तक मुफ्त बसें चलाएंगे। मैं पीएम नरेंद्र मोदी जी का और पाकिस्तान पीएम कॉरिडोर को फिर से खोलने के लिए तहे दिल से शुक्रिया अदा करता हूं।