नई दिल्ली। एक तरफ कांग्रेस नेता राहुल गांधी लगातार कहते हैं कि मोदी सरकार ने देश के संवैधानिक संस्थाओं को कब्जे में कर लिया है, लेकिन वो खुद एक ऐसी संवैधानिक संस्था का लगातार अपमान कर रहे हैं। पहले राफेल के मामले में गलतबयानी कर राहुल ने सुप्रीम कोर्ट को घसीटा था। कोर्ट के सख्त रुख के कारण राहुल गांधी को बाकायदा माफी मांगनी पड़ी थी। अब राहुल हिंदुत्व को मुद्दा बनाकर आए दिन बयान दे रहे हैं, जबकि हिंदुत्व की परिभाषा सुप्रीम कोर्ट तय कर चुका है। ताजा मामला महात्मा गांधी के बलिदान दिवस का है। आज महात्मा गांधी का बलिदान दिवस है। इस मौके पर राहुल गांधी ने ट्वीट में लिखा है, “एक हिंदुत्ववादी ने गांधी जी को गोली मारी थी। सब हिंदुत्ववादियों को लगता है कि गांधी जी नहीं रहे। जहां सत्य है, वहां आज भी बापू ज़िंदा हैं!”
एक हिंदुत्ववादी ने गाँधी जी को गोली मारी थी।
सब हिंदुत्ववादियों को लगता है कि गाँधी जी नहीं रहे।जहाँ सत्य है, वहाँ आज भी बापू ज़िंदा हैं!#GandhiForever pic.twitter.com/nROySYZ6jU
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) January 30, 2022
राहुल गांधी इससे पहले भी हिंदुत्व का नाम लेकर आरएसएस और बीजेपी पर हमला बोलते रहे हैं। पिछले साल 29 दिसंबर को राहुल गांधी ने कांग्रेस के प्रशिक्षण शिविर के समापन सत्र को संबोधित करते हुए कहा था कि जो लोग हिंदुत्व की विचारधारा में विश्वास करते हैं, वे किसी के सामने झुकते हैं। राहुल ने कहा था कि वे अंग्रेजों के सामने झुकते थे और वे पैसे के सामने झुकते हैं क्योंकि उनके दिल में कोई सच्चाई नहीं है। जबकि, जिस हिंदुत्व का नाम लेकर राहुल गांधी निशाना साधते रहते हैं, उसके बारे में 1995 में ही सुप्रीम कोर्ट ने अपना फैसला सुना दिया था। सुप्रीम कोर्ट ने उस वक्त कहा था कि हिंदुत्व के नाम पर वोट मांगने से किसी उम्मीदवार को कोई फायदा नहीं होता है। सुप्रीम कोर्ट ने हिंदुत्व को ‘वे ऑफ़ लाइफ’ यानी जीवन जीने का एक तरीका भी बताया था। सुप्रीम कोर्ट ने कहा था कि हिन्दुत्व भारतीयों की जीवन शैली का हिस्सा है।
राहुल गांधी आज के ताजा बयान पर फिर लोगों के निशाने पर आ गए हैं। यूजर्स ने उनके ट्वीट पर सवाल खड़े किए हैं। यूजर्स ने क्या कहा है, इस पर आप भी नजर दौड़ा लीजिए।
“गांधी कभी महात्मा नहीं थे; मैं उन्हें महात्मा कहने से इंकार करता हूं। वह भारत के इतिहास में सिर्फ एक प्रकरण थे, युग निर्माता नहीं।” ~ बीआर अंबेडकर 1955 में।
नेहरू को सत्ता गाँधी के देश बटवारे से मिली,इसलिए नेहरू वंसज,गाँधी के ऋणी है??
— Baliram Yadav (@Baliramyadav007) January 30, 2022
इन्हें कौन समझाए की हिन्दू और हिंदुत्व एक ही होते हैं,
शायद यही कारण है कि तुम कभी जीवन मे प्रधानमंत्री नही बन पाओगे।पप्पू हो और रहोगे ???
— ?ℙ (@Bhumiharji) January 30, 2022
राहुल गाँधी जी, आखिर आपको हिन्दुओं से इतनी नफरत क्यों है? ठीक है कि आपकी श्रद्धा ईसाई धर्म के प्रति है और किसी हिन्दू को इसमें आपत्ति भी नहीं है. आपको फिर हिन्दू से घृणा क्यों? आपका झूठ, ढोंग और ड्रामा देश को भारी पड़ रहा है.
— Ashok Chaitanya, Advocate (@ashok_advocate) January 30, 2022
दादाजी कब्र में लेटे हुए है,
बाप ने क्रिश्चन लड़की से शादी की,
बेटा हिंदू और हिंदुत्व का ज्ञान दे रहा है !!और इसे प्रधानमंत्री भी बनना है??
— Sachin Shitole (@SSSpeaks_) January 30, 2022
महात्मा गांधी की अपना कहने वाली कांग्रेस में एक ऐसे शख्स ने एंट्री ली थी,जो कुछ दिन पहले तक नाथूराम गोडसे को सम्मान दिलाने के लिए खड़ा हुआ था और गोडसे की पूजा भी करता था बाबूलाल की कांग्रेस पार्टी में एंट्री कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष और मध्य प्रदेश के सीएम रहे कमलनाथ ने कराई थी pic.twitter.com/mvueUI5HB1
— राष्ट्रवादिराठौर ( VIPIN ) (@MODIRAAJ_1) January 30, 2022