जयपुर। राजस्थान में राज्यसभा की सीटों को लेकर होने वाले चुनाव में कांग्रेस अपने खेमे में सेंधमारी की आशंका से परेशान है। इस बीच, बीजेपी समर्थित निर्दलीय उम्मीदवार सुभाष चंद्रा ने अपनी जीत होने का दावा करके कांग्रेस को और परेशान कर दिया है। सुभाष चंद्रा ने साफ कहा कि उन्हें समर्थन मिल जाएगा। इसके बाद कांग्रेस ने चुनाव आयोग EC को चिट्ठी भेजकर विधायकों की खरीद-फरोख्त की आशंका जताते हुए पुलिस में एफआईआर करने की गुहार लगाई है। कांग्रेस की इस गुहार पर आयोग क्या फैसला करता है, ये तो वक्त बताएगा, लेकिन सुभाष चंद्रा ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा कि बीजेपी के अलावा उन्हें 9 और विधायकों का समर्थन मिलने वाला है और वो कामयाब होंगे।
सुभाष चंद्रा को नागौर के सांसद हनुमान बेनीवाल ने अपनी पार्टी के समर्थन का खुला एलान किया है। राजस्थान में बेनीवाल के 3 विधायक हैं। चंद्रा ने इस पर कहा कि बेनीवाल के समर्थन से काफी खुशी मिली है। मेरे पुरखों की जमीन राजस्थान ही है। प्रवासी राजस्थानियों से जुड़े हर प्रोग्राम में मैं आता रहा हूं। मैं चुनाव जीतने के बाद राज्यसभा में राजस्थान के हर मुद्दे को उठाऊंगा और सभी काम भी कराऊंगा। बता दें कि इससे पहले 2016 में सुभाष चंद्रा बीजेपी के समर्थन से ही हरियाणा से राज्यसभा चुनाव जीते थे। सुभाष चंद्रा ने कहा कि सरकार के तमाम विधायक असंतुष्ट हैं और वो क्रॉस वोटिंग करेंगे। उन्होंने कहा कि सरकार के व्यवहार से ये विधायक नाराज हैं।
सुभाष चंद्रा ने इस मौके पर सीएम अशोक गहलोत के धुर विरोधी सचिन पायलट का नाम लिया। उन्होंने कहा कि सचिन के पिता से मेरी अच्छी दोस्ती रही है। उन्होंने सचिन से भी समर्थन की गुजारिश की। चंद्रा ने कहा कि सचिन पायलट जुझारू और कर्मठ हैं। उनके पास बड़ा मौका है। अगर वो इस मौके को चूके, तो साल 2028 तक उनके पास राजस्थान का सीएम बनने का अवसर नहीं होगा। बता दें कि सचिन पायलट ने बीते दिनों बयान दिया था कि राजस्थान में कांग्रेस की सरकार कभी रिपीट नहीं होती। हालांकि, उन्होंने ये भी कहा था कि राज्यसभा चुनाव में कांग्रेस सभी उम्मीदवारों को जिता लेगी।