नई दिल्ली। भारतीय किसान यूनियन के नेता राकेश टिकैत (Rakesh Tikait) भड़काऊ बयान देने से बाज नहीं आ रहे हैं। इस बार उन्होंने एक और बयान दिया है। टिकैत ने कहा है कि शेर फिर हरकत करने वाला है और उससे निपटने के लिए सभी को तैयार रहना होगा। टिकैत ने इसके साथ ही मोदी सरकार को एक बार फिर हिंसा की धमकी दी है। राकेश टिकैत ने कहा है कि अगर शेर दुबक जाए, तो हिरण को सावधान रहना चाहिए क्योंकि शेर के चुप होने का मतलब है कि वह फिर हरकत करने वाला है। टिकैत ने कहा कि सरकार नरम नहीं हुई है, बल्कि ये धोखा है। मोदी सरकार के खिलाफ अनाप-शनाप बोलते हुए टिकैत ने कहा कि ततैया की तरह लोग मीठी कुर्सी से चिपक जाते हैं। सरकार मीठी है और फिर कोई चाल चलेगी।
राकेश टिकैत ने मोदी सरकार को धमकी देने के अंदाज में कहा कि भले ही केंद्र डीजल को कितना भी महंगा कर दे, लेकिन सारे ट्रैक्टर तैयार हैं। गन्ने को काटकर खाओ तो वो रस नहीं देता। रस निकालने के लिए पेराई करनी होती है। बता दें कि इस साल 26 जनवरी को किसानों ने ट्रैक्टर मार्च निकाला था और उस दौरान जमकर हिंसा की थी।
बता दें कि दिल्ली पुलिस ने किसान संगठनों को राजधानी के जंतर-मंतर पर संसद सत्र के दौरान धरना देने की इजाजत दी है। सुबह 11 बजे से शाम 5 बजे तक हर रोज 200 किसानों को पुलिस बॉर्डर से बसों में लेकर आती है और शाम को अपनी सुरक्षा में वापस लेकर जाती है। किसानों ने इससे पहले मार्च निकालकर संसद के बाहर धरना देने का ऐलान किया था, लेकिन दिल्ली पुलिस ने उसकी मांग नहीं मानी। उधर, केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने एक बार फिर दोहराया है कि सरकार तीन कानूनों के बारे में किसानों से बातचीत करने के लिए तैयार है। उन्होंने साफ कर दिया है कि कानून वापस नहीं होंगे, लेकिन किसान जो आपत्तियां जाहिर करेंगे, उन पर सरकार सहानुभूति के साथ विचार करेगी। तोमर ने ये भी कहा कि अगर जरूरी हुआ, तो कानूनों में बदलाव भी किया जाएगा।