नई दिल्ली। किसान आंदोलन खत्म होने के बाद भी भारतीय किसान यूनियन BKU के नेता राकेश टिकैत पैंतरेबाजी से बाज नहीं आ रहे हैं। उनका ताजा पैंतरा ये है कि किसान आंदोलन भले ही खत्म हो गया हो, लेकिन देश और खासकर यूपी में किसान महापंचायतों का दौर अभी जारी रहेगा। मीडिया से बात करते हुए रविवार को टिकैत ने कहा कि संयुक्त किसान मोर्चा SKM की अगली बैठक 15 दिसंबर को होगी। इसके अलावा महापंचायतों की तारीखों को वो खुद फाइनल करने वाले हैं। टिकैत के इस बयान से लग रहा है कि यूपी में होने जा रहे विधानसभा चुनाव के दौरान किसानों के मुद्दे पर सियासत गर्माने का उनका पूरा इरादा है।
टिकैत ने बताया कि आज वो हरियाणा, चंडीगढ़ और अमृतसर के दौरे पर निकल रहे हैं। उनका कहना था कि वहां भी किसान आंदोलन कर रहे हैं। उनका आंदोलन खत्म कराने के लिए ही वो जा रहे हैं, लेकिन सवाल ये है कि जब पंजाब के किसानों के 32 संगठनों ने आंदोलन खत्म कर दिया, तो टिकैत फिर क्या करने पंजाब जा रहे हैं ? गौर करने की बात है कि पंजाब में भी अगले साल यूपी के साथ ही विधानसभा चुनाव होने जा रहे हैं। इससे भी लगता है कि राकेश टिकैत का इरादा किसी खास दल की तरफ लोगों को मोड़ने का हो सकता है।
राकेश टिकैत ने इससे पहले शनिवार को एक सवाल के जवाब में कहा था कि विधानसभा चुनाव के दौरान बीजेपी का विरोध करने के बारे में अभी कोई फैसला उन्होंने नहीं किया है। बता दें कि टिकैत के परिवार का पश्चिमी यूपी में खासा प्रभाव है। मुजफ्फरनगर के सिसौली गांव में उनका घर है। उनके बड़े भाई नरेश टिकैत बीकेयू के अध्यक्ष हैं। इस संगठन से कई किसान संगठन जुड़े हैं। बीकेयू का प्रभाव यूपी के लखीमपुर खीरी और पूर्वांचल के कुछ हिस्सों में भी है।