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Congress Vs AAP: विपक्षी बैठक के बाद भी अध्यादेश पर नहीं थम रही रार, कांग्रेस बोली, ‘केजरीवाल जेल नहीं जाना चाहते हैं इसलिए’..

Congress Vs AAP: ये बयान ऐसे वक्त में सामने आया है जब पटना में हुई विपक्षी दलों की एकता बैठक पर आम आदमी पार्टी ने केंद्र सरकार के अध्यादेश के विरोध में कांग्रेस से अपना स्टैंड क्लियर करने की बात कही थी। लेकिन कांग्रेस की तरफ से कहा गया कि ऐसे मामले जो अध्यादेश से जुड़े हैं उनका हल संसद के भीतर हो सकता है। इस मीटिंग में ऐसे प्रश्नों पर बात करने की आवश्यकता नहीं है। लेकिन इस मसले पर पटना में विपक्षी दलों की बैठक में गच्चा खाने के बाद आप नेता और दिल्ली सरकार में मंत्री सौरभ भारद्वाज ने इस बार बीजेपी के बदले कांग्रेस और राहुल गांधी को निशाने पर लिया था।

नई दिल्ली। एक तरफ बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पटना में विपक्षी एकता की महाबैठक करते हैं तो दूसरी तरफ विपक्षी एकता में ही दो मजबूत दल आपस में कुत्ते बिल्ली की तरह लड़ते नजर आते हैं। कांग्रेस और आम आदमी पार्टी के बीच पटना में शुरू हुई रार अब बयानबाजी के रूप में भी सामने आने लगी है। आम आदमी पार्टी के नेता कांग्रेस पर तो कांग्रेस के नेता आम आदमी पार्टी के खिलाफ आरोप लगा रहे हैं। कांग्रेस ने सवाल उठाया कि आप एक ओर कांग्रेस पार्टी से सहयोग पाने की इच्छा व्यक्त करते हैं, वहीं दूसरी ओर आपकी ही पार्टी के नेता कांग्रेस के खिलाफ बयान देते हुए दिखाई दे रहे हैं। इससे लोगों के बीच यह प्रश्न उठा है कि आप इस तरह के कदमों से क्या प्राप्त करना चाहते हैं? क्या वे हमारा समर्थन प्राप्त करना चाहते हैं या पार्टी (कांग्रेस) से दूरी बढ़ाना चाहते हैं?

कांग्रेस पार्टी के नेता अजय माकन ने आप पार्टी और मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को एक तीखी टिप्पणी से घेरा है। उन्होंने कहा है कि “बात साफ है कि अरविंद केजरीवाल जेल नहीं जाना चाहते हैं, इसलिए वे भाजपा के साथ हैं। और उनकी एकमात्र महत्वाकांक्षा है, विपक्ष की एकता को तोड़ना।” अजय माकन के इस बयान से स्पष्ट होता है, कांग्रेस ऐसा मानती है कि आप पार्टी और उसके नेता अरविंद केजरीवाल ने अपने व्यक्तिगत हितों को विपक्षी एकता के हितों से ऊपर रखा है। उनका मकसद विपक्ष की एकता को तोड़ना है और उसकी ताकत कमजोर करना है।

लेकिन ये बयान ऐसे वक्त में सामने आया है जब पटना में हुई विपक्षी दलों की एकता बैठक पर आम आदमी पार्टी ने केंद्र सरकार के अध्यादेश के विरोध में कांग्रेस से अपना स्टैंड क्लियर करने की बात कही थी। लेकिन कांग्रेस की तरफ से कहा गया कि ऐसे मामले जो अध्यादेश से जुड़े हैं उनका हल संसद के भीतर हो सकता है। इस मीटिंग में ऐसे प्रश्नों पर बात करने की आवश्यकता नहीं है। लेकिन इस मसले पर पटना में विपक्षी दलों की बैठक में गच्चा खाने के बाद आप नेता और दिल्ली सरकार में मंत्री सौरभ भारद्वाज ने इस बार बीजेपी के बदले कांग्रेस और राहुल गांधी को निशाने पर लिया था। उन्होंने अपने एक बयान में कहा था कि मैं हमेशा देखता हूं कि राहुल गांधी प्यार की बात करते हैं। जबकि हकीकत में वैसा दिख नहीं रहा है। अगर वास्तव में वो देश में मोहब्बत की दूकान चला रहे हैं तो हमें साफ़ तौर पर ऐसा दिखाई भी देना चाहिए ना। फिर हमें मोहब्बत की दुकान नजर क्यों नहीं आती है।