भरूच। मॉनसून ने इस बार देश के कई हिस्सों में जबरदस्त बारिश कराई है। इससे तमाम जगह लोगों को बड़ी मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है। जिन राज्यों में बारिश से हालात बिगड़े, उनमें गुजरात भी है। खासकर गुजरात के भरूच और अंकलेश्वर इलाकों में नर्मदा नदी के किनारे बसने वालों पर बारिश और जलभराव से जबरदस्त असर पड़ा। गुजरात के इन बारिश प्रभावित लोगों की सेवा करने में बीएपीएस स्वामीनारायण संप्रदाय के संत और वॉलेंटियर आगे आए। बीएपीएस स्वामीनारायण संप्रदाय के संतों के नेतृत्व में वॉलेंटियरों ने भरूच, अंकलेश्वर और बेट द्वारका इलाकों में लोगों को राहत पहुंचाने का बहुत ही पुण्य काम किया।
बीएपीएस स्वामीनारायण संप्रदाय के संतों को गुजरात के भरूच और अंकलेश्वर के साथ ही जब बेट द्वारका इलाकों में भारी बारिश से लोगों को हो रही मुश्किलों के बारे में पता चला था। उन्होंने तुरंत वॉलेंटियरों को साथ लेकर इन इलाकों में जाने और राहत देने का फैसला किया। बीएपीएस स्वामीनारायण संप्रदाय के संतों ने वॉलेंटियरों को साथ लेकर सिर्फ नगरीय इलाकों में ही नहीं, बल्कि दूर-दराज के गांवों और कस्बों तक बारिश और जलभराव से प्रभावित लोगों की मदद का काम शुरू किया। अपनी दिक्कतों को भुलाकर स्वामीनारायण संप्रदाय के संत और वॉलेंटियर लोगों के घरों तक पहुंचे। उन्होंने पीड़ित लोगों को कपड़े और भोजन की सामग्री दी।
स्वामीनारायण संप्रदाय की पहचान लोगों की सेवा करने के लिए होती है। स्वामीनारायण संप्रदाय के संतों और वॉलेंटियरों ने इससे पहले भी आपदा प्रभावित लोगों की बहुत मदद की है। देश-विदेश में स्वामीनारायण संप्रदाय के तमाम मंदिर हैं। इन मंदिरों से अच्छी खासी संख्या में भक्त जुड़े हुए हैं। किसी आपदा के वक्त स्वामीनारायण के ये भक्त ही वॉलेंटियर का काम करते हैं। वे संतों के साथ जाकर प्रभावित इलाकों में लोगों को मदद देते हैं। इसी तरह की मदद एक बार फिर स्वामीनारायण संप्रदाय ने गुजरात के बारिश प्रभावित इलाकों में दी है।