नई दिल्ली। रविवार शाम छत्तीसगढ़ के रतनपुर में महानदी पर स्थित खूंटाघाट जलप्रपात के वेस्ट वियर में नहाने गए तीन युवकों से में एक तेज बहाव के बीच में फंस गया। पुलिस और नगर सेना की टीम देर रात तक उस युवक को बचाने का प्रयास करती रही लेकिन बहाव इतना तेज था कि, कामयाबी ना मिल सकी। इसके अलावा अंधेरा हो जाने से युवक भी ठीक तरीके से दिखाई नहीं दे रहा था।
उम्मीद की किरण ओझल हो रही थी। युवक भी एक पेड़ के सहारे करीब 13 घंटे खुद बचाने की मशक्कत करता रहा लेकिन उसने हार नहीं मानी। इसके बाद युवक को बचाने के लिए एयर फोर्स के हेलीकॉप्टर की मदद मांगी गई। एयरफोर्स के अधिकारियों को लोकेशन भेजी गई, जिसके बाद सोमवार की सुबह रेस्क्यू ऑपरेशन किया गया और उस युवक सफल तरीके से बचाया गया। जिस तरीके से युवक तेज बहाव में फंसा रहा, उसके देखते हुए वायुसेना का हेलीकॉप्टर किसी देवदूत से कम नहीं माना जा रहा है।
बिलासपुर रेंज के आईजी दीपांशु काबरा ने बताया कि रतनपुर के युवक रविवार से छोटे से पेड़ से टिका हुआ था। आसपास लोगों की भीड़ उमड़ी थी। अंधेरा होने के बाद पुलिस सक्रिय हुई। रात में बिलासपुर से रेस्क्यू टीम मौके पर पहुंची। अंधेरा होने के कारण युवक ठीक से नजर भी नहीं आ रहा था। एसपी प्रशांत अग्रवाल का कहना था कि रेस्क्यू टीम रविवार शाम से मौके पर थी, लेकिन बहाव बहुत तेज था। इसके चलते रेस्क्यू में दिक्कत हो रही थी। युवक कहां का रहने वाला है और किसके साथ वहां आया था, इसका पता नहीं चल पाया है।
बता दे कि छुट्टी का दिन होने के कारण रविवार को खूंटाघाट में शहर समेत आसपास से काफी लोग पहुंचे थे। इसी बीच शाम 5 बजे तीन युवक खूंटाघाट के वेस्ट वियर के पास थे। युवक नहाने के लिए वेस्ट वियर से बह रहे पानी में कूद गए। पानी के तेज बहाव से दो युवक बाहर निकल गए। वहीं, एक युवक बहकर नीचे पहुंच गया। वह एक पत्थर पर उगी झाड़ी को पकड़कर चढ़ गया।
युवक एक पेड़ के सहारे नदी में बाढ़ के तेज थपेड़ों के बीच फंसा रहा। इसके बाद लोगों की नजर उस पर पड़ी। किसी ने इसकी सूचना रतनपुर पुलिस को दी। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर युवक को बचाने प्रयास शुरू कर दिया। रात भर उसे बाढ़ से बाहर निकालने के लिए मशक्कत लगी रही।