नई दिल्ली। कांग्रेस पार्टी को लेकर एक बड़ी खबर सामने आ रही है। कई दिनों से पार्टी में नए अध्यक्ष के चुनाव को लेकर तैयारी चल रही है, लेकिन कांग्रेस में मचे घमासान को लेकर किसी ना किसी वजह से चुनाव को टला जा रहा था। कांग्रेस अध्यक्ष के चुनाव को लेकर कई दिक्कतें सामने आती रही हैं। बीते दिनों खबर सामने आई थी कि राहुल गांधी कांग्रेस का अध्यक्ष पद को संभालना नहीं चाहते है और वो गैर गांधी को पार्टी की कमान सौंपना चाहते है। कई मीडिया रिपोर्टस के मुताबिक, ऐसी भी खबर सामने आई थी कि राहुल गांधी नहीं चाहते थे कि बहन प्रियंका गांधी वाड्रा पार्टी की कमान संभालें। वहीं सोनिया गांधी खराब सेहत का हवाला देते हुए अध्यक्ष नहीं बनाना चाहती हैं। इसी बीच आज आखिरकार कांग्रेस में नए प्रेसिडेंट को लेकर चुनाव की डेट का ऐलान कर दिया गया है।
खबरों के अनुसार, 22 सितंबर को अधिसूचना जारी किया जाएगा। 24 सितंबर तक नॉमिनेशन किया जा सकता है, जबकि 30 सितंबर तक नामांकन पत्र वापस लिया जा सकता है। 17 अक्टूबर को अध्यक्ष पद के लिए मतदान होगा और 19 अक्टूबर को मतगणना होगी और इसी दिन साफ हो जाएगा कि पार्टी की कमान किसके हाथ में जाएगी। इसका फैसला कांग्रेस वर्किंग कमेटी की बैठक में लिया गया है। ऐसे में सवाल ये भी उठाता है कि जिस तरह पार्टी के दिग्गज नेता कई समय से गैर गांधी को कांग्रेस का अध्यक्ष की मांग करते रहे है।
CWC met under Sonia Gandhi & approved the final schedule. Nomination process for post of Congress president will be from Sept 24 to Sept 30. Elections to be held on October 17 & counting of polls & declaration of results will be on October 19: Congress MP KC Venugopal pic.twitter.com/AbK5SAu8vN
— ANI (@ANI) August 28, 2022
इतना ही नहीं पार्टी के बड़े नेताओं ने सोनिया गांधी को चिट्ठी लिखकर भी हाईकमान में बदलाव की बात कह चुका है। लेकिन उनकी बात नहीं सुनने पर पार्टी को अलविदा भी कह चुके है। ऐसे में क्या पार्टी की दुर्दशा को देखते हुए सोनिया गांधी गैर गांधी को कांग्रेस की जिम्मेदारी सौंपेगी।
बता दें कि कांग्रेस वर्किंग कमेटी की बैठक आज दोपहर वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए हुई। कांग्रेस की अतंरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी की अध्यक्षता में हुई इस मीटिंग में पूर्व पीएम मनमोहन सिंह, राहुल गांधी, प्रियंका गांधी, राजस्थान के सीएम अशोक गहलोत, पूर्व केंद्रीय मंत्री पी चिदंबरम, जयराम रमेश, छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, रणदीप सुरजेवाला, मुकुल वासनिक समेत कई दिग्गज नेता मौजूद रहे।