newsroompost
  • youtube
  • facebook
  • twitter

Rajasthan: फिर से बढ़ी कांग्रेस में रार, सचिन पायलट गुट के सीनियर विधायक ने दिया पद से इस्तीफा

Rajasthan Congress: बता दें कि इससे पहले हेमाराम चौधरी ने 14 फरवरी 2019 को भी अपना इस्तीफा सौंपा था, लेकिन स्पीकर ने उनका इस्तीफा स्वीकार नहीं किया था।

नई दिल्ली। राजस्थान में कांग्रेस के भीतर एक बार से रार की स्थिति नजर आ ही है। दरअसल कांग्रेस में एक बार फिर से सचिन पायलट और अशोक गहलोत गुट के बीच मतभेद उभर कर सामने आए हैं। बता दें कि मंगलवार को सचिन पायलट गुट के नेता हेमाराम चौधरी ने विधायक के पद से इस्तीफा दे दिया है। चौधरी के इस्तीफे के बाद से कांग्रेस में एक बार से खलबली का आलम है। हेमाराम चौधरी राज्य में मंत्री रहे थे और पूर्व नेता प्रतिपक्ष भी, उन्होंने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और विधानसभा स्पीकर को अपना इस्तीफा भेजा है। हेमाराम चौधरी बाड़मेर की गुड़ामालानी विधानसभा सीट से छठी बार विधायक चुने गए हैं। उनके इस्तीफे से राज्य में राजनीतिक हलचल को देखते हुए माना जा रहा है कि अशोक गहलोत और सचिन पायलट गुट में एक बार फिर से रार तेज होगी। अपना इस्तीफा देते हुए हेमाराम चौधरी ने अशोक गहलोत सरकार पर आरोप लगाया है कि, गहलोत सरकार उनके विधानसभा क्षेत्र की अनदेखी कर रही है।

Hemaram Chaudhary

गहलोत सरकार पर निशाना साधते हुए हेमाराम चौधरी ने कहा, ‘सरकार की दुश्मनी मुझसे है, लेकिन मेरे क्षेत्र की जनता की अनदेखी अब मुझसे बर्दाश्त नहीं होती। हालांकि मैं कांग्रेस पार्टी नहीं छोड़ूंगा।’ बता दें कि इससे पहले हेमाराम चौधरी ने 14 फरवरी 2019 को भी अपना इस्तीफा सौंपा था, लेकिन स्पीकर ने उनका इस्तीफा स्वीकार नहीं किया था।

Hemaram Chaudhary letter

इन सबके बाद अब एक बार फिर से उनका इस्तीफा अशोक गहलोत और सचिन पायलट गुट के बीच दरार को बढ़ाने का कारण बन सकता है। उनका इस्तीफा सोशल मीडिया में तेजी से वायरल हो रहा है। राज्य के सीनियर नेताओं में से एक हेमाराम चौधरी को इस बार गहलोत कैबिनेट में जगह नहीं मिली थी। पहले की सरकारों में मंत्री रहे चौधरी के कैबिनेट से बाहर रहने को लेकर सवाल खड़े हुए थे।

हेमाराम चौधरी पिछले कुछ दिनों से लगातार अपनी ही सरकार पर निशाना साधने में लगे हुए थे। माना जा रहा है कि, राज्य में कांग्रेस के भीतर फिर से तनाव की स्थिति बन सकती है। गहलोत सरकार पर हमला बोलते हुए हेमाराम चौधरी ने उनके विधानसभा क्षेत्र से अधिकारियों को हटाने लगाने को लेकर भी नाराजगी जताई थी। उनकी ताजा नाराजगी कम्युनिटी हेल्थ ऑफिसर भर्ती से जुड़ी बताई जा रही है।