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Delhi: दिल्ली में हिन्दू युवक की हत्या के बाद बवाल, निशाने पर आए सीएम केजरीवाल

नई दिल्ली। दिल्ली के बलजीत नगर में दो गुटों के बीच भिड़ंत हो गई। इस भिड़ंत में नीतीश की पीट-पीट कर हत्या कर दी गई। उपचार के दौरान ही नीतीश ने अस्पताल में दम तोड़ दिया। नीतीश की हत्या के बाद उसके परिजनों का आक्रोश अपने चरम पर है और शासन से आरोपियों के खिलाफ …

नई दिल्ली। दिल्ली के बलजीत नगर में दो गुटों के बीच भिड़ंत हो गई। इस भिड़ंत में नीतीश की पीट-पीट कर हत्या कर दी गई। उपचार के दौरान ही नीतीश ने अस्पताल में दम तोड़ दिया। नीतीश की हत्या के बाद उसके परिजनों का आक्रोश अपने चरम पर है और शासन से आरोपियों के खिलाफ उचित कार्रवाई की मांग की जा रही है। नीतीश के परिजनों का कहना है कि उनका बेटा आरएसएस और बजरंग दल से जुड़ा हुआ था और हिंदुत्व की गतिविधियों में सक्रिय रूप से भागीदारी लेता था, जिससे खफा होने के बाद उसे मौत के घाट उतार दिया गया। उधर, पुलिस मामले को संज्ञान में लेने के बाद इसे सांप्रदायिकता के चश्मे से देखने से गुरेज ही कर रही है। पुलिस का कहना है कि यह दो गुटों में भिड़ंत का मामला है। इसे सांप्रदायिक चश्मे से नहीं देखना चाहिए। उधर, आरोपियों की गिरफ्तारी के संदर्भ में कहा गया है कि अभी तीनों ही आरोपी फरार हैं, लेकिन जल्द ही उन्हें गिरफ्तार कर लिया जाएगा। बता दें कि उफीजा, अदनान और अब्बास पर नीतीश की हत्या का आरोप है, जो कि अभी फरार हैं। पुलिस का कहना है कि नीतीश पर पहले से भी आपराधिक मामले दर्ज हैं।

ऐसे में इस पूरे मामले को कई चश्मों से देखा जा रहा है। अब ऐसी स्थिति में पुलिस इस पूरे मामले को संज्ञान में लेने के बाद क्या कुछ कार्रवाई करती है। इस पर सभी की निगाहें टिकी रहेंगी। उधर, परिजन बीच सड़क पर नीतीश के शव को बीच रास्ते पर रखकर सरकार से इंसाफ की गुहार लगा रहे हैं। अब ऐसे में पुलिस मामले को संज्ञान में लेने के बाद क्या कुछ कार्रवाई करती है।

इस पर सभी की निगाहें तो टिकी ही रहेंगी, लेकिन जिस तरह से दिन दहाड़े नीतीश की हत्या कर दी गई, उसे लेकर ट्विटर पर लोग केजरीवाल सरकार पर सवाल खड़े कर रहे हैं और उनसे यह जवाब मांग रहे हैं कि आरोपियों के खिलाफ कब तक कार्रवाई की जाएगी। अगर सरल शब्दों में कहें तो केजरीवाल सरकार पर दिल्लीवासियों का गुस्सा इस पूरे मसले को लेकर चरम पर है।

यहां देखिए लोगों की प्रतिक्रिया 

उधर, अगर इस पूरे मामले को लेकर केजरीवाल सरकार के रूख की बात करें, तो अभी तक सरकार की ओर से कोई भी प्रतिक्रिया सामने नहीं आई है। अब ऐसी स्थिति में पुलिस इस पूरे मामले के संदर्भ में क्या कुछ कार्रवाई करती है। इस पर सभी की निगाहें टिकी रहेंगी और जिस तरह से नीतीश के आरएसएस सहित अन्य हिंदू संगठनों से संबंध बताए जा रहे हैं, उसे लेकर माना जा रहा है कि आगामी दिनों में कई हिंदू संगठनों की ओर से भी प्रतिक्रिया सामने आ सकती है।