newsroompost
  • youtube
  • facebook
  • twitter

Satya Pal Malik: मुजफ्फरनगर पहुंचे मेघालय के गवर्नर सत्यपाल मलिक, बुलडोजर को लेकर कही ये बात

अक्सर अपने विवादित बयानों के लिए चर्चा में रहने वाले मेघालय के राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने मुजफ्फरनगर में इस बार किसानों के मुद्दे को लेकर केंद्र की मोदी सरकार पर निशाना साधा है। उन्होंने सरकार पर तंज कसते हुए कहा कि देश विनाश की तरफ जा रहा है। सरकार ने जो किसानों से वायदे किए थे, वो पूरे होते हुए नहीं दिखाई दे रहे हैं।

नई दिल्ली। मेघालय के राज्यपाल सत्यपाल मलिक आज उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर के मंसूरपुर पहुंचे हैं। यहां पहुंचने पर लोगों ने उनका जोरदार स्वागत किया। इसके बाद सत्यपाल मलिक ने श्रीराम दरबार मंदिर पहुंचे और उन्होंने यहां पर मंदिर में आरती में हिस्सा लिया। यह मंदिर नेशनल घासीपुरा में स्थित है। इस कार्यक्रम के बाद मेघालय के राज्यपाल सत्यपाल मलिक एक दूसरे कार्यक्रम में भाग लेने के लिए बघरा की ओर रवाना हो गए। सत्यपाल मलिक मूल रूप से बागपत जिले के रहने वाले हैं। कार्यक्रम में शामिल होने से अलावा वे मुजफ्फरनगर के पूर्व सांसद हरेंद्र मलिक के घर पहुंचे। इस दौरान उनका पूर्व सांसद कादिर राना, सपा जिलाध्यक्ष प्रमोद त्यागी ने अभिनंदन किया।

Satya pal Malik

किसानों के वायदे पूरा करे सरकार- सत्यपाल मलिक

अक्सर अपने विवादित बयानों के लिए चर्चा में रहने वाले मेघालय के राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने मुजफ्फरनगर में इस बार किसानों के मुद्दे को लेकर केंद्र की मोदी सरकार पर निशाना साधा है। उन्होंने सरकार पर तंज कसते हुए कहा कि देश विनाश की तरफ जा रहा है। सरकार ने जो किसानों से वायदे किए थे, वो पूरे होते हुए नहीं दिखाई दे रहे हैं। एमएसपी की गारंटी पर भी सरकार ने कानून नहीं बनाया है। इसके लिए सरकार को तुरंत कानून बनाना चाहिए। उत्तर प्रदेश में और खासकर पश्चिमी यूपी के किसान जुझारू हैं, संघर्ष करते हैं। केंद्र सरकार ने किसानों से वायदें किए हैं, उसे उन वादों को पूरा करना चाहिए।

Satya pal Malik

विदित है कि पिछले कुछ दिनों से सियासी गलियारों में बुलडोजर को लेकर सियासी बवाल मचा हुआ है। सभी लोग इस पर अपनी प्रतिक्रिया जाहिर कर रहे हैं। अब इसी बीच राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने उक्त मुद्दे पर अपनी राय सार्वजनिक की है। उन्होंने कहा कि, मेघालय में बुलडोजर नहीं चल रहा। बुलडोजर यूपी सरकार को सूट करता है, इसलिए यहां चल रहा है। गरीब बड़ी मुश्किल से घर बनाता है। इसके साथ ही उन्होंने उपरोक्त मुद्दे पर आगे कहा कि कोर्ट इसे जरूर आगामी दिनों में संज्ञान में लेगी। साथ ही उन्होंने ज्ञानवापी मुद्दे पर कहा कि यह 70 साल पुराना है। अब एक बार फिर से लोगों ने उसे उठाया है।

इसके बाद सत्यपाल मलिक ने सरकार पर महंगाई और बेरोजगारी जैसे मुद्दों पर घेरा। इस पर बात करते हुए उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार महंगाई, बेरोजगारी जैसे मुद्दों पर नहीं चाहती है और इस पर बहस हो भी नहीं रही है। इसके विपरीत बेमतलब के सवालों पर बहस हो रही है। आज जाली सवालों के माध्यम से हिंदू-मुस्लमानों को लड़ाया जा रहा है। लेकिन ऐसे सवालों पर हिंदू-मूस्लिम को लड़ना नहीं चाहिए।

पीएम मोदी के लिए विवादित बयान

ये वो ही सत्यपाल मलिक हैं, जो किसी ना किसी मौके पर मोदी सरकार के फैसलों पर नराजगी बयां करते रहते हैं। उनकी गंभीरता को आप उनकी एक विवादित बयान से समझ सकते हैं, जो कि उन्होंने उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव से पहले दिया था। सत्यपाल मलिक ने पीएम मोदी के लिए कहा था कि “मैं जब किसानों के मामले में प्रधानमंत्री जी से मिला, तो मेरी पांच मिनट में ही उनसे लड़ाई हो गई। वो बहुत घमंड में थे। जब मैंने उनसे कहा, हमारे 500 लोग मर गए, तुम तो कुतिया मरती है तो चिट्ठी भेजते हो। तो उन्होंने कहा, मेरे लिए मरे हैं? मैंने कहा आपके लिए ही तो मरे थे, क्योंकि आप उनकी वजह से राजा बने हुए हो, इसको लेकर मेरा उनसे झगड़ा हो गया।”