नई दिल्ली। जम्मू-कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री और पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (PDP) को शनिवार को तगड़ा झटका लगा है। गौरतलब है कि पार्टी के संस्थापक सदस्य मुजफ्फर हुसैन बेग ने खुद को पीडीपी से अलग कर लिया है। उन्होंने अपने इस्तीफे की जानकारी पीडीपी संरक्षक महबूबा मुफ्ती को दे दी है। वहीं बेद के इस्तीफा देने के पीछे की वजह उनकी नाराजगी बताई जा रही है। बताया जा रहा है कि मुजफ्फर हुसैन बेग जम्मू-कश्मीर में हो रहे जिला विकास परिषद (डीडीसी) चुनाव में सीट बंटवारे को लेकर नाखुश थे। इसी वजह से उन्होंने पार्टी से इस्तीफा दिया है। हुसैन बेग पीडीपी से साल 1998 यानी कि पीडीपी की स्थापना के वक्त से पार्टी से जुड़े थे। उनका पार्टी से अलग होना, पार्टी के लिए बड़ा नुकसान माना जा रहा है। हालांकि अब तक उनकी तरफ से पार्टी छोड़े जाने को लेकर कोई टिप्पणी नहीं आई है पार्टी सूत्रों ने बताया कि वह पीपुल्स एलांयस फॉर गुपकार डिक्लेरेशन (पीएजीडी) द्वारा सीट बंटवारे, खासकर उत्तर कश्मीर में सीट बंटवारे को लेकर नाराज हैं।
बता दें, पीएजीडी में नेशनल कॉन्फ्रेंस, पीडीपी, पीपुल्स कॉन्फ्रेंस और सीपीएम शामिल हैं। इस बीच मुफ्ती ने ट्वीट किया कि पीएजीडी को जम्मू कश्मीर के लोगों की पहचान की रक्षा करने के लिए बनाया गया है जिसपर अगस्त 2019 से लगातार हमला किया जा रहा है।
वैसे पीडीपी से किसी नेता के अलग होने की यह कोई पहली खबर नहीं है। इससे पहले अक्टूबर महीने में पीडीपी चीफ महबूबा मुफ्ती के तिरंगे वाले बयान से नाराज होकर तीन सदस्यों (टीएस बाजवा, वेद महाजन और हुसैन ए वफा) ने पार्टी छोड़ दी थी। नेताओं ने बताया था कि वो महबूबा के बयान से आहत है क्योंकि उनकी देशभक्ति की भावना को चोट पहुंची है।