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Shahi Imam On UCC: यूसीसी का विरोध कर रहे मुस्लिम संगठनों पर भड़के लुधियाना के शाही इमाम, बोले- बेवजह भड़का रहे

दरअसल, उत्तराखंड में यूसीसी जल्दी लागू होने वाला है। पीएम नरेंद्र मोदी ने भी यूसीसी के पक्ष में बयान दिया है। जिसके बाद ही एआईएमपीएलबी और जमीयत जैसे संगठन लगातार यूसीसी के खिलाफ बयानबाजी कर रहे हैं। मुस्लिम संगठनों का कहना है कि यूसीसी से उनके शरीयत कानून में बाधा आएगी।

नई दिल्ली। एक तरफ ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड (एआईएमपीएलबी) और जमीयत उलमा-ए-हिंद जैसे संगठन समान नागरिक संहिता (यूसीसी) का विरोध कर रहे हैं। वहीं, पंजाब के लुधियाना शहर की जामा मस्जिद के शाही इमाम मोहम्मद उस्मान रहमानी ने मुस्लिम संगठनों को कटघरे में खड़ा किया है। शाही इमाम रहमानी के मुताबिक मुस्लिमों को बेवजह डराया जा रहा है। रहमानी ने कहा कि जिस यूसीसी का अभी ड्राफ्ट सामने नहीं आया, उसके बारे में मुस्लिमों को भड़काया जा रहा है कि वे इसका विरोध करें। शाही इमाम मोहम्मद उस्मान रहमानी ने ये भी कहा कि देश में मुस्लिमों के मसले पर माहौल बनाया जा रहा है।

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उन्होंने तकरीर करते हुए कहा कि मुस्लिमों को क्या बताने की कोशिश की जा रही है। शाही इमाम ने कहा कि बात मैं यूसीसी लाने वालों की नहीं कर रहा। मुस्लिमों की सियासत करने वाले जो बेवकूफ बना रहे हैं, उनकी कर रहा हूं। उन्होंने मुस्लिम धर्मगुरुओं पर निशाना साधते हुए कहा कि ऐसे-ऐसे लोग हैं जो मुसीबत आने पर कहते हैं कि हमारा ताल्लुक तो निकाह और तलाक तक ही सीमित है। शाही इमाम रहमानी ने आगे कहा कि मुस्लिमों ने तो यूसीसी पर अब तक कुछ नहीं कहा है। जो लोग बातें कर रहे हैं, वो अलग-अलग सियासी दलों की बी टीम बने हुए हैं। सुनिए मौलाना रहमानी ने क्या कहा।

दरअसल, उत्तराखंड में यूसीसी जल्दी लागू होने वाला है। पीएम नरेंद्र मोदी ने भी यूसीसी के पक्ष में बयान दिया है। जिसके बाद ही एआईएमपीएलबी और जमीयत जैसे संगठन लगातार यूसीसी के खिलाफ बयानबाजी कर रहे हैं। मुस्लिम संगठनों का कहना है कि यूसीसी से उनके शरीयत कानून में बाधा आएगी। यूसीसी अगर लागू हुआ तो सभी समुदायों के लिए शादी, तलाक, गुजारा भत्ता, विरासत और गोद लेने से लेकर कई मामलों में एक ही कानून होगा। इसी से मुस्लिम संगठन भड़के हुए हैं।