नई दिल्ली। एयर इंडिया विमान में महिला पर पेशाब करने का आरोपी शंकर मिश्रा को 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में भेजा दिया गया है। आरोपी को आज पुलिस ने बेंगुलरु से गिरफ्तार किया था। इससे पहले फार्गो कंपनी ने आरोपी शंकर को बर्खास्त कर दिया गया था। बता दें कि आरोपी इसी कंपनी में बतौर वाइस प्रेसिडेंट कार्यरत था। कंपनी ने अपने बयान में कहा था कि हम अपने सभी कर्मचारियों से निजी जीवन के साथ-साथ पेशगत जीवन में भी अनुशासन की उम्मीद करता है। उधर शंकर के पिता ने अपने बेटे के ऊपर लगे आरोपों को सिरे से खारिज कर दिया। उन्होंने कहा कि विमान में उनका बेटा सो रहा था।
Air India passenger urinating case of Nov 26, 2022 | Delhi’s Patiala House Court sends accused Shankar Mishra to 14 days judicial custody pic.twitter.com/3Kfpl8dTz8
— ANI (@ANI) January 7, 2023
गौरतलब है कि 30 वर्षीय शंकर मिश्रा पर न्यूयॉर्क से दिल्ली आने के क्रम में एक बुजुर्ग महिला पर पेशाब करने का आरोप है। महिला के मुताबिक, उसने बाकायदा इस मामले की शिकायत विमान कर्मियों से की थी, लेकिन शिकायत पर कोई संज्ञान नहीं लिया गया, जिसके बाद उन्होंने उच्चाधिकारियों का रुख किया। जिसके बाद मामले में गंभीरता बरती गई। यह उसी गंभीरता का नतीजा है कि आज शंकर मिश्रा पुलिस की गिरफ्त में है। इस मामले से सबक लेते हुए डीजीसीए एक दिशानिर्देश जारी किया है, जिसमें सभी यात्री को इसका पालन करने का निर्देश है। इतना ही नहीं, डीजीसीए ने स्पष्ट कर दिया है कि अगर कोई भी इन दिशानिर्देशों का उल्लंघन करता हुआ पाया गया, तो उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। वहीं, शंकर सिंह का कहना है कि इस मामले में उसका महिला के साथ समझौता हो गया था। मामले की जांच में चार क्रू मेंबर को भी शामिल किया गया है।
उधर, शंकर मिश्रा के वकील का कहना है कि इस मामले में समझौता हो चुका था। लेकिन पीड़ित पक्ष को अपेक्षित रकम नहीं मिल पाने की वजह से उसने इस पूरे मामले को तूल दिया। शंकर पक्ष के वकील ने अब स्पष्ट कर दिया है कि महिला को अब 15 हजार रुपए भेज दिए गए हैं। दोनों ही पक्षों के बीच समझौता हो चुका है और महिला के कपड़े भी बाकायदा धुलवा कर भिजवा दिए हैं। बता दें कि इससे पहले शंकर मिश्रा ने मीडिया से बातचीत के दौरान कहा था कि उन्होंने विमान में पैग पी लिया था। ऐसी स्थिति में उन्हें बिल्कुल भी इस बात का होश नहीं रहा था कि वो क्या कर रहे हैं।
बता दें कि इस पूरे मामले में दोनों ही पक्षों की ओर से समझौता हो चुका था। लेकिन महिला को अपेक्षित रकम नहीं मिल पाने की वजह इस मामले को तूल दिया गया है। ध्यान रहे कि शंकर मिश्रा और बुजुर्ग महिला की बेटी का चेट भी प्रकाश में आया है, जिसमें मामले के संदर्भ में दोनों के बीच हुई बातचीत का मजमून शामिल है। इसके अलावा शंकर मिश्रा ने अपने करतूत के लिए माफी भी मांग ली है। वहीं, आरोपी को इससे पहले डीजीसीए द्वारा पहले एक माह के लिए नो फ्लाई की सूची में डाल दिया था। फिलहाल इस पूरे मामले को लेकर चर्चाओं का बाजार गुलजार है। अब ऐसे में यह पूरा माजरा आगामी दिनों में क्या रुख अख्तियार करता है। इस पर सभी की निगाहें टिकी रहेंगी।