नई दिल्ली। पहले से ही सियासी मुश्किलों में घिरे हुए शरद पवार को एक और बड़ा झटका लगा है। राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) के एक प्रमुख नेता अजीत पवार के गुट में शामिल हो गए हैं, जिससे शरद पवार का खेमे बैकफुट पर आ गया है। यह कदम पार्टी में एक बड़े विभाजन के कुछ ही दिनों बाद आया है, और इसने एनसीपी के भीतर चल रही आंतरिक उथल-पुथल को और बढ़ा दिया है।
सोमवार, 10 जुलाई को महाराष्ट्र विधानसभा विधायक मारकंड पाटिल भी अजित पवार के गुट में शामिल हो गए। समाचार एजेंसी पीटीआई के मुताबिक, पाटिल ने अजित पवार के साथ गठबंधन करने का कारण अपने निर्वाचन क्षेत्र में दो चीनी मिलों को होने वाली आर्थिक कठिनाइयों का हवाला दिया। उन्होंने उम्मीद जताई कि राकांपा नेता के साथ जुड़ने से उनके क्षेत्र में चीनी कारखानों और पर्यटन विकास से संबंधित मुद्दों का समाधान किया जाएगा।
गौरतलब है कि अजित पवार की बगावत के ठीक एक दिन बाद शरद पवार कराड शहर के दौरे पर निकले थे। इस यात्रा के दौरान मारकंड पाटिल शरद पवार के कार्यक्रम में शामिल हुए थे। विधायक ने दावा किया कि उनका नाम रिपब्लिकन पार्टी ऑफ इंडिया (आरपीआई) के नौ मंत्रियों की सूची में शामिल था, जिन्होंने पिछले रविवार, 2 जुलाई को शपथ ली थी। हालांकि, उन्होंने अजित पवार को सूचित किया कि वह पहले अपने समर्थकों से परामर्श करेंगे। इसके बाद ही किसी निर्णय पर पहुंचेगे।