newsroompost
  • youtube
  • facebook
  • twitter

First Reaction of Vishnu Dev Sai:…तो मुख्यमंत्री के पद के लिए चुने जाने के बाद विष्णु देव साय की पहली प्रतिक्रिया, जानें क्या कहा?

First Reaction of Vishnu Dev Sai: सियासी पंडितों की मानें तो इस बार छत्तीसगढ़ में कांग्रेस की हार की मुख्य वजह आदिवासी और ओबीसी समुदाय की उपेक्षा रही है। लिहाजा, आगामी लोकसभा चुनाव से पहले कांग्रेस ने विष्णु देव साय के नाम पर मुहर लगाई। वहीं, माना जा रहा है कि आगामी दिनों में प्रदेश में दो डिप्टी सीएम बनाए जा सकते हैं।

नई दिल्ली। “…एक सीएम के रूप में मेरी प्राथमिकता लोगों से किए गए वादों को पूरा करना होगा। कांग्रेस के पांच साल के शासन के दौरान समाज का हर वर्ग पीड़ित था। लगभग 18 लाख लोग प्रधानमंत्री आवास से वंचित हैं… दिसंबर को 25 को अटल बिहारी वाजपेयी की जयंती, किसानों को दो साल का बोनस दिया जाएगा…हम ‘मोदी की गारंटी’ के तहत किए गए सभी वादे पूरे करेंगे…”

…तो मुख्यमंत्री पद के लिए चुने जाने के बाद विष्णु देव साय ने मीडिया से बातचीत के दौरान उक्त बातें कहीं हैं, जिन्हें उपरोक्त वीडियो में भी आप सुन सकते हैं। आपको बता दें कि आज यानी की रविवार को छत्तीसगढ़ में विधायक दल की बैठक हुई, जिसमें सभी विधायक शामिल हुए। सभी ने सर्वसम्मति से मुख्यमंत्री पद के लिए विष्णु देव साय के नाम पर मुहर लगाई। हालांकि, विष्णु देव साय के लिए रेणुका सिंह का नाम भी चर्चा में  था। लेकिन, पार्टी ने उनके नाम को दरकिनार कर साय के नाम पर सहमति की मुहर लगाई। वहीं, जब रेणुका से उनके अगले कदम के बारे में सवाल किया, तो उन्होंने स्पष्ट कह दिया कि पार्टी जो भी फैसला लेगी, उसे मैं कार्यकर्ता की हैसियत से सहर्ष स्वीकार करूंगी। इससे पहले रेणुका सिंह को सीएम बनाने की चर्चा चरम पर थी। बताया जा रहा है कि आगामी लोकसभा चुनाव से पहले महिलाओं को साधने के मकसद से पार्टी रेणुका सिंह की मुख्यमंत्री के रूप में ताजपोशी कर सकती है, लेकिन ऐन वक्त में पार्टी ने विष्णु देव के नाम पर मुहर लगा दी।

कौन है विष्णु देव साय

विष्णु देव साय ने 1980 में अपने राजनीतिक सफर का आगाज किया था। साल 2020 में ही बीजेपी ने उन्हें प्रदेश अध्यक्ष की कमान सौंपी थी। जिसका उन्होंने बखूबी निर्वहन किया। साय रायगढ़ से चार मर्तबा सांसद रह चुके हैं। इसके अलावा वो केंद्रीय मंत्री रह चुके हैं, लेकिन 2019 के लोकसभा चुनाव में पार्टी ने उन्हें चुनावी मैदान में नहीं उतारा था, क्योंकि 2018 के छत्तीसगढ़ चुनाव में उन्हें हार का सामना करना पड़ा था, जिसे ध्यान में रखते हुए पार्टी उन्हें टिकट देने से गुरेज किया था।

कांग्रेस जैसी गलती नहीं दोहराना चाहती बीजेपी

उधर, सियासी पंडितों की मानें तो इस बार छत्तीसगढ़ में कांग्रेस की हार की मुख्य वजह आदिवासी और ओबीसी समुदाय की उपेक्षा रही है। लिहाजा, आगामी लोकसभा चुनाव से पहले कांग्रेस ने विष्णु देव साय के नाम पर मुहर लगाई। वहीं, माना जा रहा है कि आगामी दिनों में प्रदेश में दो डिप्टी सीएम बनाए जा सकते हैं। ये दोनों ही ओबीसी समुदाय से हो सकते हैं। पार्टी सूत्रों का दावा है कि रमन सिंह को डिप्टी सीएम बनाया जा सकता है, लेकिन वो खुद इस बारे में कुछ भी कहने से बच रहे हैं।

कैसा रहा छत्तीसगढ़ में बीजेपी का प्रदर्शन?

वहीं, अगर छत्तीसगढ़ में बीजेपी के प्रदर्शन की बात करें, तो पार्टी को प्रदेश 90 सीटों में से 54 पर जीत हासिल हुई है, जबकि कांग्रेस को 35 सीटों पर जीत हासिल हुई है।