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Delhi Police: दिल्ली पुलिस की स्पेशल टीम के हाथ लगी बड़ी कामयाबी, हेड कांस्टेबल रतनलाल की हत्या का मास्टरमाइंड फ़याज़ गिरफ्तार

Delhi Police: दिल्ली पुलिस ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए हत्या का मुद्दा दर्ज किया, जिसके बाद से मुख्यारोपी मोहम्मद अयाज़ फरार हो गया था। अदालत ने उसे भगोड़ा घोषित कर दिया और आरोपी के सिर पर एक लाख रुपये का इनाम रखा गया था। हालांकि, दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल लगातार उसकी खोज में जुटी हुई थी, इसको लेकर जगह-जगह पर दिल्ली पुलिस ने छापेमारी को भी अंजाम दिया था। लेकिन आख़िरकार सर्विलांस के जरिए दिल्ली की सेल के हाथ ये बड़ी कामयाबी लगी है।

नई दिल्ली। दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने हैड कांस्टेबल रतनलाल मर्डर केस में एक बड़ी कामयाबी हासिल की है। दिल्ली दंगो के दौरान हत्या हुई हैड कांस्टेबल रतनलाल के मुख्यारोपी मोहम्मद अयाज़ को गिरफ्तार कर लिया गया है। इस मामले को लेकर दिल्ली पुलिस ने 3 साल बाद आरोपी की पकड़ की है। पुलिस के अनुसार, इस मुद्दे को गंभीरता से लेते हुए एसीपी ललित मोहन नेगी और ह्रदय भूषण ने एक टीम का गठन किया था। इस टीम ने तकनीकी सर्वेलेंस के जरिए आरोपी मोहम्मद अयाज़ की पहचान बैंगलोर के चिक्काबल्लापुर में की गई थी। इसके बाद उसे गिरफ्तार किया गया है।

जानकारी के लिए आपको बता दें कि जनवरी में साल 2020 में, मोहम्मद अयाज़ और उनके भाई खालिद सहित कई लोग नार्थ ईस्ट इलाके के चांद बाग में CAA के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे थे। इस दौरान प्रदर्शनकारियों ने सड़कों पर जाम लगा दिया। मौके पर मौजूद डीसीपी अमित शर्मा, एसीपी अनुज कुमार और हेड कांस्टेबल रत्नलाल ने प्रदर्शनकारियों को मौके से हटाने की कोशिश की। इसके दौरान प्रदर्शनकारियों ने पुलिस टीम पर हमला किया, जमकर पथराव भी किया। इस पथराव में डीसीपी अमित शर्मा और एसीपी अनुज कुमार घायल हो गए, जबकि हेड कांस्टेबल रत्नलाल की मौत हो गई।

दिल्ली पुलिस ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए हत्या का मुद्दा दर्ज किया, जिसके बाद से मुख्यारोपी मोहम्मद अयाज़ फरार हो गया था। अदालत ने उसे भगोड़ा घोषित कर दिया और आरोपी के सिर पर एक लाख रुपये का इनाम रखा गया था। हालांकि, दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल लगातार उसकी खोज में जुटी हुई थी, इसको लेकर जगह-जगह पर दिल्ली पुलिस ने छापेमारी को भी अंजाम दिया था। लेकिन आख़िरकार सर्विलांस के जरिए दिल्ली की सेल के हाथ ये बड़ी कामयाबी लगी है।