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Vaccination: देश में इतने लोगों को लगेगी वैक्सीन की तीसरी डोज, PM मोदी ने कल किया था एलान

सरकारी कोविन प्लेटफॉर्म के मुताबिक अभी तक देश में 141 करोड़ लोगों को वैक्सीन लगाई जा चुकी है। इनमें से 83 करोड़ 71 लाख 66 हजार से ज्यादा लोगों को पहली डोज और 57 करोड़ 70 लाख 52 हजार से ज्यादा लोगों को दोनों डोज लग चुकी हैं। 10 राज्यों में वैक्सीनेशन की दर राष्ट्रीय अनुपात से कम है।

नई दिल्ली। पीएम नरेंद्र मोदी ने बीती रात देश को जानकारी दी थी कि फ्रंटलाइन कोरोना वॉरियर्स, 60 साल से ज्यादा के उम्र वालों और गंभीर बीमारियों से ग्रस्त लोगों को कोरोना वैक्सीन की तीसरी डोज देने का फैसला सरकार ने किया है। अब हम आपको बताने जा रहे हैं कि देश में ऐसे कितने लोग हैं, जिन्हें वैक्सीन की तीसरी डोज दिए जाने की तैयारी है। बता दें कि वैक्सीन की तीसरी डोज लगाने का प्रोग्राम 10 जनवरी से शुरू होगा। सरकारी सूत्रों के मुताबिक देश में ऐसे करीब 22 करोड़ लोग हैं, जिन्हें वैक्सीन की तीसरी डोज दिए जाने की तैयारी सरकार ने की है। इसके लिए कंपनियों को ऑर्डर भी दिया जा रहा है। सीरम इंस्टीट्यूट की कोविशील्ड भरपूर मात्रा में है। इसके अलावा भारत बायोटेक की कोवैक्सीन और रूस की बनी स्पूतनिक भी काफी मात्रा में देश में मौजूद है। इन तीनों ही वैक्सीन को लगवाने वाले लोगों के लिए तीसरी डोज हर हाल में सरकार मुहैया कराने जा रही है।

सरकारी कोविन प्लेटफॉर्म के मुताबिक अभी तक देश में 141 करोड़ लोगों को वैक्सीन लगाई जा चुकी है। इनमें से 83 करोड़ 71 लाख 66 हजार से ज्यादा लोगों को पहली डोज और 57 करोड़ 70 लाख 52 हजार से ज्यादा लोगों को दोनों डोज लग चुकी हैं। 10 राज्यों में वैक्सीनेशन की दर राष्ट्रीय अनुपात से कम है। इसे देखते हुए मोदी सरकार ने इन राज्यों में केंद्रीय टीमें भेजने का फैसला किया है। आने वाले दिनों में इन सभी राज्यों में वैक्सीनेशन को तेजी से करने का काम होगा। मोदी सरकार ने पहले तय किया था कि 31 दिसंबर तक हर हाल में पात्र लोगों को कोरोना वैक्सीन की दोनों डोज दे दी जाएंगी, लेकिन 10 राज्यों में दर में कमी के कारण ये लक्ष्य जनवरी अंत तक पूरा होने के आसार हैं।

serum institute of india

वैक्सीन की तीसरी डोज लगाने के लिए डॉक्टरों की संस्था IMA और सीरम इंस्टीट्यूट के प्रमुख अदार पूनावाला ने मोदी सरकार से अपील की थी। पूनावाला ने कहा था कि उनके पास कोविशील्ड की काफी डोज हैं और विदेश भेजने के बाद भी भारत में तीसरी डोज देने के लिए वैक्सीन की कोई कमी नहीं होने जा रही है। आईएमए ने भी कहा था कि ओमिक्रॉन वैरिएंट को रोकने के लिए लोगों को बूस्टर डोज देने की जरूरत है। हालांकि, सरकार इसे बूस्टर डोज की जगह तीसरा डोज कह रही है। क्योंकि ये डोज सभी को नहीं दी जाएगी। सरकार ने इसके साथ ही अहम फैसला करते हुए कहा है कि अब जनवरी से 10 से 18 साल के बच्चों को भी कोवैक्सीन का टीका लगाया जाएगा।