नई दिल्ली। यूं तो सोशल मीडिया की इस दुनिया रोजाना कोई न कोई वीडियो वायरल होती ही रहती है, जिस पर लोग अलग-अलग तरह से अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त करते नजर आते हैं। इसी बीच एक ऐसा ही वीडियो इन दिनों सोशल मीडिया पर काफी तेजी से वायरल हो रहा है। दरअसल, यह वीडियो बीजेपी की वरिष्ठ नेता व मध्य प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री रहीं उमा भारती से जुड़ा हुआ है। इस वीडियो में उमा भारती एक विवादित बयान देतीं हुईं नजर आ रही हैं। उन्होंने अपने दिए बयान में ब्यूरोक्रेसी को लेकर आपत्तिजनक टिप्पणी की है, जिमसें उन्होंने कहा कि, ‘ब्यूरोक्रेसी होती कौन है। उसकी औकात ही क्या है। चप्पल उठाती है, ब्यूरोक्रेसी हमारा। सब कुछ तो हम ही तय करते हैं।’ इतना ही नहीं, उमा भारती यहीं नहीं रूकीं। उन्होंनेयह तक कहने से भी गुरेज नहीं किया कि ‘सब कुछ हम ही तय करते हैं। उनकी सैलरी से लेकर उनकी पोस्टिंग तक का पूरा इंतजाम हम ही करते हैं। इनका प्रमोशन करना हो या डिमोशन। सब कुछ हमारे ही हाथ में होता है। उमा भारती ने तो यहां तक कह दिया है कि इनके सहारे, तो हम अपनी राजनीति साधते हैं।’
Bureaucracy is nothing…it is meant for lifting our slippers, says ex-MP CM and former union minister Uma Bharti. @NewIndianXpress @TheMornStandard @gsvasu_TNIE @khogensingh1 pic.twitter.com/cRozZOgtO1
— Anuraag Singh (@anuraag_niebpl) September 20, 2021
उमा भारती ने यूं समझ लीजिए कि अपने विवादित बयान के सहारे पूरी पोल खोलकर रख दी। उन्होंने कहा कि, ‘ब्यूरोक्रेसी क्या नेता को घुमाएगी है? नहीं..नहीं..अकेले में बात हो जाती है पहले। इसके बाद ब्यूरोक्रेसी फाइल बनाकर लाती है’। उन्होंने कहा कि, ‘आप हमसे पूछिए। हम 11 साल केंद्र में मंत्री रहे हैं, मुख्यमंत्री रहे हैं। पहले हमसे बात होती है। फिर डिस्कसन होता है। इसके बाद प्रोसेस होती है।’ उन्होंने कहा कि, ‘ऐसा हो ही नहीं सकता है कि ब्यूरोक्रेसी नेता को घुमा ले। घुमा ही नहीं सकती है। हम ब्यूरोक्रेसी को घुमाते हैं। ब्यूरोक्रेसी के सहारे तो हम अपनी सियासत साधने का काम करते हैं।’
ब्यूरोक्रेसी पर क्यों की आपत्तिजनक टिप्पणी?
दरअसल, हुआ यूं था कि शनिवार को ओबीसी महासभा का प्रतिनिधिमंडल उमा भारती से मुखातिब होने पहुंचा था। इस दौरान ओबीसी की जातिगत जनगणना व निजीकरण में आरक्षण को लेकर उमा भारती को 5 सूत्रीय ज्ञापन सौंपा गया था। इस बीच ओबीसी प्रतिनिधिमंडल ने उमा भारती से कह दिया था कि जल्द से जल्द ज्ञापन पर निर्णय लेना होगा, अन्यथा प्रतिनिधिमंडल बीजेपी के नेताओं का जमकर विरोध करेगा। वहीं, प्रतिनिधिमंडल के इस बयान के बाद उमा भारती ने यह विवादित बयान दे दिया है, जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर काफी तेजी से वायरल हो रहा है।
हालांकि, यह कोई पहली बार नहीं है कि जब उन्होंने इस तरह का विवादित बयान देकर सियासी तापमान को बढ़ाने का काम किया हो, बल्कि इससे पहले भी वे कई मौकों पर इस तरह के विवादित बयान देकर सुर्खियां बटोर चुकीं हैं, लेकिन इस बार उनके द्वारा दिया गया यह बयान आगे चलकर क्या रूख अख्तियार करेगा। यह तो आने वाला समय ही बताएगा।