नई दिल्ली। यूपी में आने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर हर पार्टी अपनी अलग-अलग तैयारियों में लगी हुई है। हर दल राज्य में फतह करने के लिए हर मूमकिन कोशिश कर रहा है। जनता का दिल जीतने के लिए राजनीति दल हर पैंतरे आज़मा रहे हैं। सपा, बसपा के बाद अब कांग्रेस पार्टी भी आगामी विधानसभा चुनाव के लिए अब राम की नगरी अयोध्या का रुख कर रही है। जिसके लिए कांग्रेस पार्टी अपना अभियान की शुरुआत करने जा रही है। कांग्रेस अयोध्या से प्रतिज्ञा यात्रा की शुरुआत करेगी। बता दें कि इससे पहले कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी उत्तर प्रदेश में पार्टी के लिए चुनावी माहौल बनाने के लिए 29 सितंबर से चार जनसभाएं करेंगी।
राजनीतिक पार्टियों जिस तरह अपने चुनावी अभियान की शुरुआत के लिए अयोध्या को चुना है। वहीं राजनीति दलों की इन गतिविधियों को देखकर साफ हो गया है कि इस चुनाव के केंद्र में अयोध्या और भगवान राम ही रहेंगे। सबसे पहले बीएसपी ने अयोध्या से ब्राह्मण सम्मेलन की शुरुआत की थी। जिसके बाद सपा ने अयोध्या में भगवान परशुराम के नाम पर राजनीति करते हुए सम्मेलन किया था। आम आदमी पार्टी ने अयोध्या में तिरंगा यात्रा निकाली थी, तो वहीं ओवैसी ने भी चुनावी जनसभा का आयोजन किया था।
अयोध्या में प्रतिज्ञा यात्रा
उत्तर प्रदेश में कांग्रेस पार्टी ने प्रतिज्ञा यात्रा निकालने का फैसला लिया है। बताया गया है कि यह यात्रा दो चरणों निकाली जाएगी। जिसकी शुरुआत तो 7 अक्टूबर को अयोध्या से होगी, तो वहीं समापन गोरखपुर में 12 अक्टूबर को किया जाएगा। दूसरे चरण की प्रतिज्ञा यात्रा 17 अक्टूबर से शुरू होगी।
प्रियंका गांधी करेंगी शुरूआत
इस प्रतिज्ञा यात्रा से पहले प्रियंका गांधी पश्चिमी उत्तर प्रदेश से चुनावी जनसभाओं की शुरुआत करने जा रही हैं। मामले में मिली जानकारी के अनुसार, प्रियंका गांधी 29 सितंबर को मेरठ, 2 अक्टूबर को वाराणसी, 7 अक्टूबर को आगरा और 12 अक्टूबर को गोरखपुर में जनसभा करने जा रही हैं। इस प्रतिज्ञा यात्रा के पहले चरण का समापन भी 12 अक्टूबर को गोरखपुर में ही किया जाएगा।
इस चुनावी अभियान की सबसे अहम बात यह रहने वाली है कि प्रियंका गांधी इस दौरे में भाजपा के तीनों शहर अयोध्या वाराणसी और गोरखपुर शामिल हैं। यह वहीं शहर हैं जिनके आसपास बीजेपी की राजनीति घूमती है। कहा जा रहा है कि कांग्रेस की यह प्रतिज्ञा यात्रा सिर्फ पश्चिमी उत्तर प्रदेश या अयोध्या बनारस और गोरखपुर तक ही सीमित नहीं रहेगी। बल्कि पूरे प्रदेश में यह प्रतिज्ञा यात्रा निकाले जाने की बात ही जा रही है।