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UP: योगी के खिलाफ चुनाव लड़ने का एलान करने वाले पूर्व IPS हाउस अरेस्ट, कई विवादों में रहे

UP: अखिलेश यादव के सीएम रहते वह मुख्यमंत्री आवास के बाहर सड़क पर धरना देने बैठ गए थे। बीजेपी सरकार के दौरान अमिताभ ठाकुर कई बार अपराध होने पर सेवा नियमों को तोड़ते हुए वहां गए। लगातार सेवा नियमों को तोड़ने के कारण योगी सरकार की सिफारिश पर केंद्रीय गृह मंत्रालय ने उनको अनिवार्य रूप से रिटायर करने का फैसला किया था।

लखनऊ। यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ के खिलाफ विधानसभा चुनाव लड़ने का एलान करने वाले पूर्व आईपीएस अमिताभ ठाकुर को पुलिस ने लखनऊ के गोमतीनगर स्थित उनके घर में हाउस अरेस्ट कर दिया है। अमिताभ ठाकुर गोरखपुर जाने की कोशिश कर रहे थे। अमिताभ ठाकुर का विवादों से काफी नाता रहा है। बीते दिनों योगी सरकार ने उन्हें अनिवार्य रूप से रिटायर कर दिया था। जिसको अमिताभ ठाकुर ने कैट में चुनौती भी दे रखी है। अमिताभ ठाकुर को हाउस अरेस्ट करने के बारे में लखनऊ की कमिश्नरेट पुलिस का कहना है कि अमिताभ पर रेप आरोपी का साथ देने का आरोप है। इन आरोपों की जांच चल रही है।

जांच कमेटी ने जांच के लिए अमिताभ को तलब किया है। कमेटी के सामने अमिताभ ठाकुर को पेश होना है। इस वजह से उन्हें लखनऊ से बाहर जाने से रोका गया है। अमिताभ उस क्षेत्र में जाना चाहते थे, जो आरोपी, पीड़िता और घटनास्थल से जुड़ा है। प्रतिबंध का उल्लंघन करने पर ये कार्रवाई की गई है। अमिताभ ठाकुर आईजी रूल्स एंड मैन्युअल्स पद पर थे। वह 1992 बैच के आईपीएस थे। अमिताभ ठाकुर काफी विवादों में घिरे रहे। मुलायम सिंह की ओर से कथित तौर पर फोन पर धमकी देने के बाद वह इसके खिलाफ कोर्ट गए। मुलायम के खिलाफ लगातार आंदोलन करते रहे।

CM Yogi

यहां तक कि अखिलेश यादव के सीएम रहते वह मुख्यमंत्री आवास के बाहर सड़क पर धरना देने बैठ गए थे। बीजेपी सरकार के दौरान अमिताभ ठाकुर कई बार अपराध होने पर सेवा नियमों को तोड़ते हुए वहां गए। लगातार सेवा नियमों को तोड़ने के कारण योगी सरकार की सिफारिश पर केंद्रीय गृह मंत्रालय ने उनको अनिवार्य रूप से रिटायर करने का फैसला किया था।