नई दिल्ली। 1993 के मुंबई बम धमाकों के दोषी अबू सलेम और गैंगस्टर खान मुबारक के करीबी सहयोगी गजेन्द्र सिंह को उत्तर प्रदेश स्पेशल टास्क फोर्स (STF) की टीम ने कल रात गिरफ्तार किया। वो अपने पैसे को प्रॉपर्टी में निवेश करता था और जबरन वसूली में भी शामिल था। ये गिरफ्तारी यूपी पुलिस की बड़ी कामयाबी मानी जा रही है।
आपको बता दें कि यूपी एसटीफ की नोएडा यूनिट और कोतवाली 20 पुलिस ने मुंबई सीरियल ब्लास्ट के आरोपी जेल में बंद खूखार डॉन अबू सलेम और खान मुबारक के सहयोगी गजेंद्र सिंह को गिरफ्तार किया है। पकड़ा गया आरोपी खान मुबारक और अबू सलेम के पैसों को प्रॉपट्री में लगाता था। साथ ही यह लोगों से अवैध वसूल किया करता था। इसके साथ ही गजेंद्र, अबू सलेम और खान मुबारक के रुपये नोएडा-एनसीआर में प्रॉपर्टी में भी लगाता था।
जानकारी के अनुसार नोएडा के सेक्टर 20 निवासी गजेंद्र सिंह दो केस में फरार चल रहा था। यूपी एसटीएफ नोएडा यूनिट को सूचना मिली थी कि गजेंद्र सेक्टर-20 आने वाला है। सूचना के आधार पर पुलिस और एसटीएफ ने छापेमारी कर उसे दबोच लिया। यूपी एसटीएफ के एसपी राजकुमार मिश्रा ने बताया कि यह डी कंपनी गैंग का भय दिखाकर व्यापारी, बिजनेसमैन आदि से पैसे हड़प लेता था।
Gajendra Singh, a close aide of 1993 Mumbai blasts case convict Abu Salem, and gangster Khan Mubarak, was arrested by Uttar Pradesh Special Task Force (STF) team last night. Singh used to invest their money in property and was also involved in extortion: UP STF pic.twitter.com/lqjnGMXsmP
— ANI UP (@ANINewsUP) July 16, 2020
2014 में गजेंद्र ने दिल्ली के एक बिज़नेसमैन से प्रॉपर्टी के नाम पर एक करोड़ 80 लाख रुपये हड़प लिए थे। बाद में प्रॉपर्टी भी उसे नहीं दी। जब बिजनेसमैन ने पैस वापस मांगे तो उसने खान मुबारक के शूटर्स से सेक्टर-18 में बिजनेसमैन पर फ़ायरिंग करा दी। इस हमले के लिए गजेंद्र ने खान मुबारक को 10 लाख रुपये दिए थे।
सेक्टर-20 पुलिस ने गजेंद्र के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया हैं। वहीं यूपी एसटीएफ की टीम अभी आरोपी से पूछताछ कर रही है। बता दें कि 2005 में सलेम को पुर्तगाल से प्रत्यर्पित किया गया था। यहां उसके खिलाफ मुम्बई ब्लास्ट समेत अवैध वसूली, हत्या, हत्या प्रयास आदि आरोपों में अलग-अलग जगह मुकदमा दर्ज किया गया। बहरहाल सलेम नवी मुम्बई की तलोजा जेल में बंद है।