नई दिल्ली। पश्चिम बंगाल में ममता दीदी की सरकार फिर आ गई है। प्रदेश में हाल ही हुए चुनावों में बीजेपी और टीएमसी में बराबर टक्कर देखी जा रही थी। काफी हद तक अंदाजा लगाया जा रहा था कि इन चुनावों में बीजेपी प्रदेश में सत्ता काबिज कर पाने में कामयाब होगी लेकिन हुआ इसके उलट ही और तीसरी बार ममता दीदी ने प्रदेश में अपनी सरकार बना ली। इसके साथ ही बंगाल में चल रहा गुंडाराज और बढ़ गया है। जिस एक और सबूत सामने आया है। दरअसल राजधानी कोलकाता से 200 किलोमीटर की दूरी पर बीरभूम जिले में एक कोट नाम का गांव है।
यहां रहने वाले 72 साल के जाकिर हुसैन ने अपने पूरे परिवार के साथ 3 साल पहले ही BJP ज्वाइन थे। जिन पर TMC के कार्यकर्ताओं ने हमला किया और उनकी दर्दनाक मौत हो गई। दरअसल जाकिर पहले TMC में शामिल थे, लेकिन पार्टी में मतभेद होने की वजह से वह BJP में शामिल हो गए। जिसके बाद BJP ने उन्हें विधानसभा चुनाव में बूथ एजेंट बना दिया था। जिसके बाद 8 मई को भीड़ ने उन पर हमला किया और 16 मई को उनकी मौत हो गई।
एक दैनिक अखबार से बात करते हुए यह सब जानकारी जाकिर के छोटे बेटे द्वारा दी गई है। उन्होंने बताया कि उनका गांव एक मुस्लिम बहुल गांव है। जहां BJP कभी नहीं जीत सकी। लेकिन जाकिर हुसैन के बीजेपी में शामिल होने के बाद से यहां बीजेपी की पकड़ मजबूत हो गई। वहीं 2 मई को नतीजे आने के बाद जाकिर के घर पर तोड़फोड़ की गई थी। उनके बेटे की दुकान पर पत्थर फेंके गए। 8 मई के दिन TMC से जुड़े 40 से 50 लोगों ने उनपर जानलेवा हमला किया। वहीं इलाज के दौरान जाकिर की मौत हो गई।
वहीं इस मामले में जब जाकिर के परिवार ने पुलिस में शिकायत दर्ज करवाने की कोशिश की तो पुलिसकर्मी ने उनकी शिकायत लिखने से मना कर दिया। जिसके बाद SP और DM को शिकायत रजिस्ट्री से भेजी गई। लेकिन मामले में किसी तरह की कोई कार्यवाही नहीं की गई है। वहीं जब SP से इस मामले के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि यह पूरा मामला माननीय हाईकोर्ट के निर्देश पर CBI को दिया जा चुका है। तो वही CBI का कहना है कि हमारे पास अब ये जांच नहीं है।