newsroompost
  • youtube
  • facebook
  • twitter

West Bengal: हिंसा-रेप पर हाईकोर्ट में घिरीं तो ममता बनर्जी ने चला नया पैंतरा, अपनी ही पुलिस पर मढ़ दिया दोष

उन्होंने कहा कि पुलिस की लापरवाही से ही राज्य में हिंसा और रेप की घटनाएं हुई हैं और इससे टीएमसी सरकार को नुकसान उठाना पड़ा है। लगातार हिंसा और रेप केस पर आलोचना का सामना ममता को करना पड़ रहा है। उन्होंने अफसरों से कहा कि उनके सूत्र ऐसी घटनाओं के बारे में पहले से जानकारी नहीं दे सके।

कोलकाता। पश्चिम बंगाल में चुनाव बाद हिंसा और लगातार हो रहे रेप केस में कलकत्ता हाईकोर्ट का डंडा चलने के बाद अब सीएम ममता बनर्जी ने सारा ठीकरा अपनी पुलिस पर फोड़ दिया है। ममता ने बुधवार को कानून और व्यवस्था पर बैठक के दौरान पश्चिम बंगाल पुलिस को आड़े हाथ लिया। उन्होंने कहा कि पुलिस की लापरवाही से ही राज्य में हिंसा और रेप की घटनाएं हुई हैं और इससे टीएमसी सरकार को नुकसान उठाना पड़ा है। लगातार हिंसा और रेप केस पर आलोचना का सामना ममता को करना पड़ रहा है। उन्होंने अफसरों से कहा कि उनके सूत्र ऐसी घटनाओं के बारे में पहले से जानकारी नहीं दे सके। जिसकी वजह से नदिया के हांशखाली और बीरभूम के बोगटुई में रेप की घटनाओं पर राज्य सरकार की किरकिरी हुई।

mamta

ममता ने पुलिस अफसरों से ये भी कहा कि वे अपने जिलों में पत्रकारों को सूत्र के तौर पर इस्तेमाल करें। क्योंकि पत्रकारों के पास बेहतर नेटवर्क और अच्छे संपर्क होते हैं। बता दें कि इससे पहले ममता बनर्जी लगातार इनकार करती आई हैं कि राज्य में चुनाव के बाद विपक्षी कार्यकर्ताओं के खिलाफ हिंसा और उनकी हत्या हो रही है। हांशखाली रेप पर तो उन्होंने ये तक कह दिया था कि क्या पता कि मरने वाली लड़की का आरोपी से अफेयर रहा हो। इस बयान पर भी ममता को जबरदस्त आलोचना का सामना करना पड़ा था। बता दें कि बीरभूम के बोगटुई गांव में 9 लोगों को जिंदा जलाया गया था। जबकि, हांशखाली में तृणमूल के स्थानीय नेता के बेटे और उसके दोस्तों पर नाबालिग से रेप का आरोप लगा है। इस लड़की की बाद में मौत हो गई थी।

ममता बनर्जी की सरकार को ऐसे मामलों में कलकत्ता हाईकोर्ट की काफी सख्त टिप्पणियां सहनी पड़ी थीं। हाईकोर्ट ने चुनाव बाद हिंसा की घटनाओं की जांच सीबीआई को सौंपी थी। सीबीआई ने ऐसे मामलों में तृणमूल के कई समर्थकों को गिरफ्तार भी किया है। वहीं, हांशखाली रेप मामले की जांच भी कलकत्ता हाईकोर्ट ने पिछले दिनों सीबीआई को सौंप दी थी। ममता लगातार आरोप लगाती रही हैं कि सीबीआई, केंद्र की मोदी सरकार के इशारे पर काम करती हैं, लेकिन अब खुद को घिरता देखकर वो अपनी ही पुलिस को जिम्मेदार बताने लगी हैं।