नई दिल्ली। उत्तर प्रदेश में शासन व्यवस्था को दुरुस्त करने के लिए योगी सरकार एकदम सख्त नजर आ रही है। इसका अंदाजा आप इसी बात से लगा सकते हैं कि पिछले 4 दिनों में ही 17 जिलों के कप्तानों का तबादला किया गया है। बता दें कि बीते चार दिनों से लगातार योगी सरकार अफसरों पर तबादले की कार्रवाई कर रही है। इस तरह से बीते 28 दिनों में अब तक 25 जिलों के कप्तान बदले जा चुके हैं।
ताजा तबादलों में योगी सरकार ने रविवार देर रात सात जिलों के पुलिस कप्तान समेत 10 आईपीएस अधिकारियों के तबादले कर दिए। जिन जिलों के कप्तान बदले गए हैं उसमें बरेली, गोंडा, जौनपुर, कासगंज, मऊ, श्रावस्ती और महाराजगंज के कप्तान शामिल हैं। इसमें 2013 बैच के आईपीएस रोहित सिंह सजवान को बरेली जिले का नया कप्तान बनाया गया है।
वहीं बरेली में तैनात रहे शैलेश पांडेय को गोंडा भेजा गया है, वो वहां के एसपी पद का कार्यभार देखेंगे। बता दें कि रोहित को बरेली की कमान सौंपने से पुलिस महकमे का एक खैमा आश्चर्य चकित है। क्योंकि एक ओर बड़े जिलों में एक के बाद एक डीआईजी या वरिष्ठ एसपी भेजे जा रहे हैं। वहीं बरेली की कमान 2013 बैच के काफी जूनियर अफसर को सौंप दी गई है। रोहित इससे पहले महाराज जिले के एसपी थे। रोहित बरेली में अप्रैल 2018 तक एसपी सिटी थे। महराजगंज में एसपी के बाद उन्हें अब बरेली का एसएसपी बना दिया गया है। इतने कम समय में एसएसपी बनने वाले रोहित हाल के दिनों के इकलौते कप्तान हैं।
गौरतलब है कि 25 दिन पहले मऊ भेजे गए मनोज सोनकर को भी तबादला झेलना पड़ा है। उन्हें वहां से हटा कर कासगंज भेज दिया गया है। कासगंज के एसपी 2012 बैच के आईपीएस घुले सुशील कुमार को मऊ भेजा गया है। माना जा रहा है कि मुख्तार के लोगों पर कार्रवाई में ढिलाई बरतने के चलते मनोज सोनकर को शिफ्ट किया गया है।
तबादलों की बात करें तो गोरखपुर, बरेली, प्रयागराज और आजमगढ़ जैसे बड़े जिलों के कप्तान इस दौरान हटाए गए। इसमें सिर्फ बरेली के कप्तान कप्तानी बचाने में कामयाब हुए और बरेली के बाद अब उन्हें गोंडा का कप्तान बनाया गया है।