नई दिल्ली। लॉकडाउन के बीच उत्तर प्रदेश की योगी सरकार पांच लाख लोगों को रोजगार देने का अपना वादा पूरा करने में लगी है। प्रवासी मजदूरों को काम देने के साथ ही अन्य प्रतिभावान लोगों को उनकी क्षमता के अनुरूप काम देने के प्रयास में लगी योगी सरकार ने गांवों में 58 हजार बैंकिंग सखी तैनात करने की योजना तैयार की है। इनको बैंकिंग से जुड़े कामों के बदले में कमीशन प्रदान किया जाएगा।
लखनऊ में लोक भवन में टीम 11 के साथ बैठक में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने ग्रामीण क्षेत्रों में महिलाओं के लिए रोजगार की नई योजना पर चर्चा की। फिलहाल तो सरकार का विचार प्रदेश भर के ग्रामीण क्षेत्रों में 58 हजार बैंकिंग सखी प्रतिनिधि तैनात करने का है। यह लोगों की बैंक से जुड़े कार्यों में मदद करेंगी। इन्हेंं काम के आधार पर कमीशन दिया जाएगा।
इसके अलावा सीएम योगी आदित्यनाथ ने वैश्विक महामारी कोरोना के संकट के समय में देश की ग्रामीण अर्थव्यवस्था की रीढ़ बनने वाले महिला स्वयं सहायता समूहों को आज रिवॉल्विंग फंड के साथ ही कम्युनिटी इंवेस्टमेंट फंड से 218 करोड़ 49 लाख की सहायता प्रदान की।
स्वरोजगार से स्वावलंबन की ओर बढ़ते कदम… 31,938 स्वयं सहायता समूहों को ₹218.49 करोड़ रिवॉल्विंग फंड एवं सामुदायिक निवेश निधि का ऑनलाइन हस्तांतरण करते मुख्यमंत्री श्री @myogiadityanath जी https://t.co/LCHNmjSD97
— CM Office, GoUP (@CMOfficeUP) May 21, 2020
इस मौके पर सीएम योगी ने कहा कि महिला स्वयंसेवी समूहों को यदि रिवॉल्विंग फंड और कम्युनिटी इंवेस्टमेंट फंड समय पर उपलब्ध करवा दिए जाते हैं, तो बहुत बड़ा काम हो सकता है। यह ग्रामीण स्वावलम्बन के आदर्श उदाहरण बन सकते हैं। इससे उनकी प्रतिभा का लाभ उत्तर प्रदेश को मिलेगा और हम उत्तर प्रदेश को देश और दुनिया के सामने अग्रणी स्थान पर ले आएंगे।