नई दिल्ली। पंजशीर घाटी (Panjshir Valley) पर कब्जा करने की जुगत में लगे तालिबान को अब पाकिस्तान का साथ मिल गया है। ताजा जानकारी के मुताबिक, पाकिस्तानी एयरफोर्स के ड्रोन से पंजशीर में हमला किया गया है। इस हमले को लेकर अफगानिस्तान के सामंगन प्रांत से पूर्व सांसद जिया अरियनजादो ने बताया है। वहीं दूसरी ओर तालिबान और रेजिस्टेंस फ्रंट अपने-अपने दावे कर रहे हैं।
सामंगन प्रांत से पूर्व सांसद जिया अरियनजादो ने पंजशीर पर हुए पाकिस्तानी ड्रोन हमलों की बात कही। उन्होंने कहा, ‘पंजशीर पर पाकिस्तानी वायुसेना ने ड्रोन की मदद से बमबारी की है. इसमें स्मार्ट बमों का इस्तेमाल किया गया है.’ वहीं सोमवार को रजिस्टेंस फ्रंट ने पंजशीर में तालिबान को सीजफायर का भी प्रस्ताव दिया है। कहा जा रहा है सालेह फिलहाल अज्ञात स्थान पर सुरक्षित हैं।
एक ओर जहां तालिबान ने दावा किया है कि वो पंजशीर पर अपनी कब्जा जमा चुका है तो वहीं दूसरी ओर पंजशीर रेजिस्टेंस फ्रंट का ये दावा है कि यहां अब भी उन्हीं का कब्जा है। यहां बता दें, कि पंजशीर को छोड़कर लगभग पूरे अफगानिस्तान में तालिबान ने अपना कंट्रोल हासिल कर लिया है। तालिबान की ओर से इस हफ्ते तक अफगान में सरकार बनाई जा सकती है।
UN को अमरुल्लाह सालेह ने लिखा पत्र
संयुक्त राष्ट्र (UN) को अफगान के उपराष्ट्रपति अमरुल्लाह सालेह ने पत्र भी लिखा है। पत्र में कहा गया है कि तालिबान ने पंजशीर में जरूरी सामानों की सप्लाई रोक दी है, जिससे अमानवीय संकट खड़ा हो गया है। आगे ये भी कहा गया है कि अगर UN की ओर से उनकी बातों को नजरअंदाज किया जाता है तो पंजशीर में मानवीय तबाही होगी।