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Pew Survey: धार्मिक मान्यताओं को लेकर अमेरिकी सेंटर ने किया सर्वे, देखिए क्या रहे नतीजे

American survey: इस रिपोर्ट में ये भी सामने आया है कि अधिकांश भारतीयों को दूसरे धर्म से किसी तरह की कोई परेशानी नहीं है लेकिन वो अपना पड़ोसी अपने ही धर्म का चाहते हैं। इस तरह की राय रखने वालों में 61% जैनी आगे हैं जबकि 45% हिंदू ये नहीं चाहते कि उनका पड़ोसी किसी दूसरे धर्म से जुड़ा हो।

नई दिल्ली। भारत में कई धर्मों के लोग रहते हैं जिनकी अपनी परंपराएं, भाषा और त्योहार है। अलग-अलग धर्मों के साथ ही लोगों के अपने आराध्य हैं जिनकी वो पूजा-अर्चना करते हैं। इस बीच अमेरिका की एक एंजेसी Pew रिसर्च सेंटर ने एक सर्वे किया है जिसमें ये बातें सामने आई हैं कि 45% हिंदुओं के आराध्य भगवान शिव हैं। इस सर्व में एक चौंकाने वाली बात ये सामने आई है कि देश में भगवान राम की तुलना में उनके सेवक हनुमान में आस्था रखने वाले लोगों की संख्या अधिक हैं। देश में  17% लोगों के इष्ट भगवान राम तो वहीं 32% के इष्ट हनुमान हैं।

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बता दें, Pew का ये सर्वे उस वक्त करवाया गया था जब देश एनआरसी के मुद्दे पर विरोध का सामना कर रहा था। इसके अलावा 89% हिंदू ये मानते हैं कि उन्हें अपने धर्म का पालन करने की आजादी है। वहीं पांच में से सिर्फ 1 मुस्लिम या हिंदू ने अपने साथ किसी प्रकार के धार्मिक भेदभाव की शिकायत की है।

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इस रिपोर्ट में ये भी सामने आया है कि अधिकांश भारतीयों को दूसरे धर्म से किसी तरह की कोई परेशानी नहीं है लेकिन वो अपना पड़ोसी अपने ही धर्म का चाहते हैं। इस तरह की राय रखने वालों में 61% जैन आगे हैं जबकि 45% हिंदू ये नहीं चाहते कि उनका पड़ोसी किसी दूसरे धर्म से जुड़ा हो।

आपको बता दें, इस रिपोर्ट में आजादी के बाद भारत-पाकिस्तान के बंटवारे ने जो सबसे बड़ा पलायन देखा उसे लेकर भी राय ली गई। जिसमें ये बात सामने आई है कि 75 साल बाद भी हजारों परिवारों में इसे लेकर नाराजगी है। वहीं 48% मुस्लिम साम्प्रदायिक रिश्तों के लिए बंटवारे जैसे कदम के गलत मानते हैं।